राजीव गांधी 40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री थे और युवा राजनेताओं में से एक हैं। उनकी सोच भारत को आधुनिक बनाने की थी। वह आधुनिक तकनीक के जरिए भारत में सूचना क्रांति के जनक भी माने जाते हैं। उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में असीम ऊंचाइयों को छुआ था। देश के सबसे पहले युवा प्रधानमंत्री बनकर देश का नेतृत्व भी किया था। उन्होंने विश्व में भारत को अग्रिम पंक्ति पर लाकर स्थापित किया। राजीव गांधी आधुनिक भारत के शिल्पकार थे। श्री राजीव गांधी ने आधुनिक भारत की नींव रखी। जिस पर हम आज भी गर्व करते है।
31 अक्टूबर 1984 को अपनी मां की क्रूर हत्या के बाद जब वह कांग्रेस अध्यक्ष एवं देश के प्रधानमंत्री बने थे। लेकिन वह संतुलन और संयम के साथ प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी का निर्वहन किया।
देश में पीढ़ीगत बदलाव के अग्रदूत श्री गांधी को देश के इतिहास में सबसे बड़ा जनादेश प्राप्त हुआ था। उनके नेत्रत्व मे पार्टी ने रिकॉर्ड 400 से अधिक सीटें हासिल कीं।
श्री राजीव रत्न गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को बम्बई में हुआ था। उनकी शिक्षा देहरादून के वेल्हम बॉयज़ स्कूल, देहरादून और दून स्कूल, देहरादून में हुई। श्री राजीव गाँधी ने इंपीरियल कॉलेज, लंदन से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।राजीव गाँधी की संगीत में उनकी बहुत रुचि थी। पश्चिमी और हिन्दुस्तानी शास्त्रीय एवं आधुनिक संगीत पसंद था। उन्हें फोटोग्राफी एवं रेडियो सुनने का भी शौक था। श्री राजीव गांधी जी का विवाह श्रीमती सोनिया गांधी जी से हुआ उनके दो बच्चे हैं श्री राहुल गांधी जी और श्रीमती प्रियंका गांधी जी है।
राजीव गाँधी को हवाई उड़ान उनका सबसे बड़ा जुनून था। उन्होंने दिल्ली फ्लाइंग क्लब की प्रवेश परीक्षा पास की एवं वाणिज्यिक पायलट का लाइसेंस प्राप्त किया। जल्द ही वे घरेलू राष्ट्रीय जहाज कंपनी इंडियन एयरलाइंस के पायलट बन गए।
श्री गांधी राजनीति में विशेष रुचि नहीं थी। दिसंबर 1981 में राजीव गांधी को भारतीय युवा कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया। वे 32 अन्य सदस्यों के साथ 1982 एशियाई खेलों की आयोजन समिति के सदस्य बने।
राजीव गांधी राजनीतिक कौशल के धनी थे। उन्होंने तन्मयता से काम करते हुए पार्टी संगठन को व्यवस्थित एवं सक्रिय किया। उनके कार्यकर्ताओं से सीधा जुड़ाव था। वह भारत की जनता और युवाओं में खासा लोकप्रिय थे। उनमें निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता थी। श्री गाँधी स्वप्नदृष्टा और दूरदर्शी व्यक्ति थे। उन्होंने भारत मे आधुनिक विकास का मार्ग प्रशस्त किया। राजीव गांधी की वैज्ञानिक सोच और वैज्ञानिक दृष्टिकोण ने भारत को एक नया आयाम दिया।
राजीव गाँधी जी आधुनिक सोच एवं निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता व्यक्ति थे। वह आधुनिक तकनीक के प्रणेता थे। उन्होंने इक्कीसवीं सदी के भारत का निर्माण किया। राजीव गांधी ने युवाओं को 18 वर्ष की उम्र में मतदान का अधिकार दिया। पंचायती राज विधेयक लाकर में पंचायत में सभी को अधिकार दिया। 1985 में राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए दलबदल विरोधी कानून पारित किया था। 1986 में राजीव गांधी ने जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना की,जो ग्रामीण भारत में कक्षा 6 से 12 तक मुफ्त आवासीय शिक्षा प्रदान करता है। जवाहर नवोदय विद्यालय उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार किया।
देश विदेश में राजीव गांधी जी काफी लोकप्रिय थे। युवाओं में उनके जबरदस्त क्रेज था।
एक बार राजीव गांधी जब अमेरिका की यात्रा तो अमेरिका के राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन स्वयं छाता पकड़कर प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी को गाड़ी तक छोड़ने गये।
21 मई 1991 को राजीव गांधी श्रीपेरंबदूर गांव में अपनी अंतिम सार्वजनिक सभा में शामिल हुए, जहां आत्मघाती हमलावरों ने बम विस्फोट कर उनकी हत्या कर दी गई थी। राजीव उस समय श्रीपेरंबदूर लोकसभा कांग्रेस उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहे थे।

मरणोपरांत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी को देश के प्रगति और विकास में योगदान के लिए मरणोपरांत भारत सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ” भारत रत्न ” पुरस्कार से भी सम्मानित किया ।