आसीवन:जनपद में पूर्ण रूप से ताड़ी प्रतिबंधित इसके बावजूद बड़े बड़े ताड़ी बेचने के अड्डे अवैध रूप से इसकी बिक्री कर रहे है। अवैध ताड़ी में होने वाले मुनाफे के चलते यह अवैध कारोबार मोटी रकम कमाने का साधन है। इस लिए इस पर रोक लग पाना असंभव नजर आ रहा है। ताड़ी का सीजन आते ही इस अवैध धंधे से जुड़े लोग सक्रिय हो गए है। स्थानीय वर्दी धारी और अफसरों से साठ गांठ कर अवैध रूप से ताड़ी बेची जा रही है।
मामला आसीवन थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अब्बास खेड़ा का है जहा कई वर्षो से प्रतिबंधित ताड़ी की बिक्री की जा रही है। ताड़ी की फसल आते ही ताड़ी विक्रेता गुरु प्रसाद और उसके साथी दबंगई के साथ खुले आम ताड़ी बिक्री कर रहे है प्रतिदिन शाम 3 बजे से देर रात तक ताड़ी पीने वालों की भीड़ को ताड़ी की सप्लाई चलती रहती है और इस विक्रेता के गुर्गे भी दबंगई के साथ नशीली ताड़ी बिक्री में सहयोग देते है।
इलाको में दर्जनों ताड़ी के अड्डे चल रहे है , साथ ही ताड़ी की मात्रा कम और अधिक पीने वालों की संख्या पर निर्भर करती है। विक्रेता ताड़ी की मात्रा बढ़ाने के लिए नशीली दवाओ और प्रतिबंधित पदार्थे को मिला देते है। जिससे एक बार सेवन करने वाला युवक गम्भीर रूप से बीमार हो जाए। नशा अधिक होने के कारण पीने वाला इसे अच्छा समझ कर खूब पसंद करते है। कारोबारियों के मुताबिक पूरे सीजन में 2 से ढाई लाख रुपए की कमाई हो जाती है वही लोगों का कहना है कि जिम्मेदार लोगों के शह पर यह अवैध व्यापार फल फूल रहा है।
आबकारी विभाग को अगर प्रतिबंधित ताड़ी विक्रेताओं के संबंध में सूचना दी जाती है तो वह भी कान बंद करके बैठे रहते हैं। जबकि स्थानीय पुलिस प्रशासन के हलका इंचार्ज से लेकर सिपाहियों को भी ताडी विक्रेता पैसे पहुंचाते हैं और ताड़ी भी समय-समय पर देते रहते हैं जिसके चलते उन्हें पुलिस प्रशासन का बिल्कुल भी भय नहीं होता है।
आबकारी अधिकारी बोले कि अवैध ताड़ी को लेकर कार्यवाही आपके क्षेत्र में चल रही है। इसको भी देखते हैं।