Unnao News: जनपद की तहसील पुरवा में विशाल सत्संग का आयोजन हुआ,सत्संग में संत ने पुर्ण गुरु कि पहचान बताई। साथ ही श्रीमद्भगवदगीता के श्लोको का विस्तार से वर्णन किया।
सत्संग में संत ने बताया कि शिक्षा प्राप्ति का मुख्य उद्देश्य आध्यात्मिक ज्ञान कि प्राप्ति करना है,पेट के लिए तो पशु-पक्षी भी कार्य करते है। साथ में वेदो के गुप्त मंत्रो को उजागर किया।
संत रामपाल के ज्ञान कि विशेषताएं।
संत रामपाल पूरे विश्व को शास्त्र अनुकूल भक्ति बता रहे है, उन्होंने अपनी भक्ति का आधार वेद गीता कुरान,बाईबिल,गुरुग्रंथ साहिब कबीर सागर और संतो के ग्रथों को लिया है जिन्हें परमात्मा खुद आकर मिले थे।
संत रामपाल के अनुयाइयों कि विशेषताए।
संत रामपाल के अनुयायी किसी भी प्रकार का नशा नहीं करते है और प्रत्येक अनुयायी बुराइयों से कोसों दूर है।
उपरोक्त कार्यक्रम में जिला संयोजक गुड्डू दास, महेंद्र दास, सर्वेश दास, विष्णु दास तथा विभिन्न जगह से आए श्रद्धालु उपस्थित रहें।