उन्नाव। क़स्बा-ए-पुरनूर सफीपुर शरीफ उत्तर प्रदेश के जिला उन्नाव से 30 किलोमीटर की दूरी पे है, इस क़स्बे को ताजदार ए सफीपुर हुजूर मखदूम शाह सफी की निस्बत से सफीपुर शरीफ बोला जाता है और इसको मदीनतुल औलिया भी बोला जाता है। सैकडो साल पुराना यह कस्बा इतिहास में अपनी एक अलग अहमियत रखता है और पूरी दुनिया में निस्बत ए सफविया का मरकज है और हिंदुस्तान की बड़ी-बड़ी दरगाहों में यहां से सिलसिला गया है जिस में बिलग्राम, मारहरा , बदायूं ,बरेली इसके अलावा हिंदुस्तान और हिंदुस्तान के बाहर के कई देशो की लाखों दरगाहों में यहां का सिलसिला पहुंच चुका है। यह सर जमीन सूफी विचारधारा रखने वाले वलियों की है जहा से सैकड़ों साल से इंसानियत और मोहब्बत का पैगाम पूरी दुनिया में पहुचाया जा रहा है यहां के विश्व प्रसिद्ध सूफी बुजुर्ग हुजूर मखदूम शाह मोहम्मद खादिम सफी मोहम्मदी र.ह जिनको पूरी दुनिया में मुजद्दिद ए सिलसिला ए सफ़विया के नाम से भी जाना जाता है। यह वही बुजुर्ग हैं जिनकी निस्बतें आला हजरत अशरफी मिया कछौछवी (कछौछा शरीफ) हजरत नईम अता शाह (सलवन शरीफ) और उस ज़माने के बड़े बड़े सूफ़ी बुज़ुर्गों को पहुंची आपने खास तौर पर 42 हजरात को इजाजत ओ खिलाफत से नवाजा, अपनी पूरी जिंदगी अल्लाह की राह में वक्फ करके सच्चाई को आम करते हुए गुजारा और मजबूर परेशान हाल लोगों का मसीहा बने, लोग आपको हजरत साहब, मखदूम ए सानी, मुजद्दिद ए सिलसिला ए सफ़विया, दादा मियां के नाम से याद करते हैं। आपकी खानकाह को सफीपुर शरीफ में बड़ी दरगाह के नाम से और आपके उर्स मे जूलूस ए गागर को बड़ी गागर के नाम से जाना जाता है। आपका उर्स ए पाक चांद की तारीख के हिसाब से रजब की 12,13,14,15 को होता है जो इंशाअल्लाह इस साल हुज़ूर सैयद लायक नाज़िम मिया सफ़वी मुतवल्ली ए खानकाह शरीफ की सरपरस्ती में 4,5,6,7 फरवरी 2023 को बड़ी दरगाह मदीनतुल औलिया सफीपुर शरीफ (उन्नाव उ.प्र) मे होगा! खानकाह शरीफ में 5 फ़रवरी को असर की नमाज के बाद कुल शरीफ होगा जिसमें हजरत फैज हसन मिया सफवी मुल्क ओ मिल्लत के लिए दुआ करेंगे।