उन्नाव/औरास। राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना/निशुल्क पशु कृत्रिम गर्भाधान सिर्फ फाइलों में दौड़ रही पशुपालको को इस योजना का एक प्रतिशत भी लाभ नही मिल रहा है, विभागीय सूत्र बताते हैं कि पशुचिकित्सा अधिकारी/पशुधन प्रसार अधिकारी ने निशुल्क योजना को अवैध कमाई का जरिया बना लिया है। जिम्मेदार अधिकारी अप्रशिक्षित लोगो से कृत्रिम गर्भाधान करा रहे हैं। जिससे पशुओ में बांझपन की समस्या तेजी से बढ़ रही और पशुपालको का आर्थिक दोहन भी हो रहा है, लेकिन पशुपालको को जानकारी न होने के कारण उन्हें हानि उठानी पड़ रही है। सूत्र बताते हैं कि विकास खण्ड औरास में तीन राजकीय पशुचिकित्सालय संचालित है औरास, शाहपुर तोंद और देवतारा लेकिन इन राजकीय पशुु चिकित्सालयों में जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नही कर रहे है, संपूर्ण विकास खण्ड क्षेत्र में झोलाझाप/चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के माध्यम से इलाज करवाकर पशुपालकों से लूट की जा रही है, सूत्रों की मानें तो एलएसडी/लंपी बीमारी में भी पशु चिकित्सक क्षेत्र में पशुओं का इलाज करने नही जाते है।