जनपद बरेली _ राममूर्ति पैरामेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट ने चेयरमैन देवमूर्ति और मैंनेजमेंट के विरूद्ध किया प्रदर्शन, इंटरशिप के नाम पर लेबर की तरह काम कराने का लगाया आरोप, रिजल्ट से 4 माह पहले इंटर्नशिप करने से मना करने पर धमकाने का लगाया आरोप, कलेक्ट्रेट पर छात्र संगठन एबीवीपी के साथ प्रदर्शन कर एडीएम को सौंपा ज्ञापन, srms के डायरेक्टर आदित्य मूर्ति से फोन पर उनका पक्ष लेने पर उन्होंने बताया कि इंटर्नशिप का कांसेप्ट रिजल्ट के बाद ही होता है। लेकिन कई छात्रों ने इसके लिए परमीशन मांगी थी, जिसके बाद उन्हें 3 हज़ार रूपये प्रतिमाह भी दिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार बरेली के राममूर्ति पैरामेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स ने कालेज चेयरमैन देवमूर्ति और मैनेजमेंट के विरुद्ध जिलाधिकारी कार्यालय पर छात्र संगठन अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के साथ भारी विरोध प्रदर्शन किया।पैरामेडिकल कॉलेज के छात्रों ने मैनेजमेंट के विरुद्ध रिजल्ट से 4 माह पहले इंटर्नशिप के नाम पर उनसे लेबर की कॉलेज के निजी कार्य करने का आऱोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। प्रदर्शन के दौरान छात्र संगठन एबीवीपी के कार्यकर्ता और कॉलेज स्टूडेंट्स राममूर्ति प्रबंधन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए शोर-शराबा मचा रहे थे। प्रदर्शन करने बाले स्टूडेंट्स और एबवीपी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि कॉलेज के स्टूडेंट्स अपनी समस्याओं को लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं, कोई भी प्रशासनिक व जिम्मेदार व्यक्ति उनकी आवाज़ सुनने को तैयार नहीं हो रहा है। जिसके बाद छात्रों ने विधार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।एबवीपी के महानगर मंत्री अमन तोमर ने बताया कि जिलाधिकारी की अनुपस्थिति मे एडीएम ने आकर उनसे ज्ञापन लिया, और कार्रवाई का आश्वासन दिया।एबवीपी के महानगर संगठन मंत्री अबनी यादव ने बताया कि पैरामेडिकल के विधार्थियों की इंटर्नशिप रिजल्ट के बाद कराई जाती है, लेकिन यहां राममूर्ति पैरामेडिकल मे रिजल्ट से 4 माह पहले उनसे इंटर्नशिप के नाम पर काम कराया जा रहा है और अब यह कहा जा रहा है कि ये इंटर्नशिप मुख्य मे नही जुड़ेगी, विधार्थियों को फिर से इंटर्नशिप करनी पड़ेगी, इससे स्टूडेंट्स की 4 माह की मेहनत बेकार जायेगी।विभाग संगठन मंत्री अमित भारद्वाज ने बताया कि स्टूडेंट्स जब भी अपनी शिकायत लेकर रूहेलखंड यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास जाते हैं तो उन्हें वापस राममूर्ति पहुंचने पर धमकाया जाता है, उनका भविष्य खराब करने की धमकी दी जाती है।जिससे तंग आकर कई विधार्थी अवसाद के कारण आत्महत्या तक पहुंच जाते हैं।एडीएम को ज्ञापन सौपने के बाद विधार्थी एडीएम के जवाब से असंतुष्ट होकर फिर रूहेलखंड विश्वविद्यालय पहुंचे गये। कुलपति से मिलने के लिए 5 घण्टे तक प्रदर्शन के बाद परीक्षा नियंत्रक ने समस्या सुनकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रदर्शन के दौरान राममूर्ति पैरामेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स के साथ एबीवीपी के श्रेयांश बाजपेयी, रवि प्रताप सिंह, आनंद, हर्षित ,निखिल बिपाशा, प्रतिभा, प्रभात समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।राममूर्ति मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर आदित्य मूर्ति से इस संबंध मे फोन पर उनका पक्ष लेने पर उन्होंने बताया कि रिजल्ट आने से पहले कई स्टूडेंट्स ने स्वेच्छा से काम करने की परमिशन मांगी थी, जिसके बाद उन्हें 3 हज़ार रूपये हर माह दिया जा रहा है।आदित्य मूर्ति का कहना है कि इंटर्नशिप रिजल्ट के बाद ही कराने का प्रावधान है लेकिन कोई विधार्थी अगर अपनी इच्छा से यह करता है तो उसे कॉलेज मैनेजमेंट की ओर से 3 हज़ार रूपये दिये जा रहे हैं जबकि पैसे देने का कहीं प्रावधान भी नही होता।
बरेली से संवादाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट