मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में पंजीकरण शिविर आयोजित
जन्मजात कटे होठ एवं कटे तालू वाले बच्चों के मुफ्त इलाज के लिये निःशुल्क पंजीकरण शिविर का आयोजन 16 नवंबर से तीन दिसंबर तक मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक किया जा रहा है | राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम(आरबीएसके) के तहत स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान मेंस्माइल ट्रेन परियोजना के सहयोग से लखनऊ स्थित हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपरस्पेशियालटी हास्पिटल के प्लास्टिक माइक्रोवैस्कुलर कॉस्मेटिक एवं क्रेनियोफेशियल सर्जरी विभाग द्वारा इसका आयोजन किया जा रहा है |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सत्य प्रकाश ने बताया कि कई बच्चों के होंठ व तालू जन्मजात कटे होते हैं | इनका इलाज आरबीएसके के तहत निशुल्क किया जाता है | राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एक ऐसी ही पहल है जिसका उद्देश्य 0-19 वर्ष के बच्चों में जन्मजात विसंगतियों की जांच करना और निःशुल्क सर्जरी सहित प्रभावी उपचार प्रदान करना है |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 16 नवंबर से 3 दिसंबर तक चलने वाले शिविर में संबंधी जानकारी के लिए स्माइल ट्रेन संस्था के प्रतिनिधि नीरज कुमार शर्मा के मोबाइल नं. 9454159999, 9565437056 पर संपर्क स्थापित किया जा सकता है। यह सुविधा मरीजों के लिए प्रत्येक दिन व निरंतर दिनों के लिए हैं। पहले आपरेशन करवा चुके व परिणाम से असन्तुष्ट मरीज भी निःशुल्क ऑपरेशन का लाभ उठा सकते हैं।
आर.बी.एस.के. के नोडल अधिकारी डा. ललित कुमार ने बताया कि यह बीमारी बच्चों में जन्मजात होती है तथा प्लास्टिक सर्जरी द्वारा पूरी तरह से ठीक हो सकती है |इस आत्मविश्वास को वापस लाने में स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट अहम भूमिका निभा रहा है | हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपर स्पेशियालटी हास्पिटल, लखनऊ के प्लास्टिक माइक्रोवैस्कुलर कॉस्मेटिक एवं क्रेनियोफेशियल सर्जरी विभागके प्रमुख डा. वैभव खन्ना इसमें सार्थक भूमिका निभारहे हैं। जन्मजात कटे होंठऔर तालू के मरीजों की समस्या व उनके निदान के लिये निःशुल्क सुविधा को प्रदेश में प्रसारित करने की आवश्यकता है। जन्मजात कटे होठ व तालू की समस्या लगभग तीन हजार से पाँच हजार जीवित शिशुओं में से एक को हो सकती है। यह होंठ के दोनों तरफ अथवा एक ही तरफ सम्भव है। सामान्यतः तालू के साथ होंठ भी कटा होता है परन्तु कभी-कभी अकेले तालू के कटे होने की सम्भावना भी रहती है। इसके होने के कारण अज्ञात हैं |
नोडल अधिकारी ने बताया कि स्माइल ट्रेन (हेल्थ सिटी) संस्था द्वारा किसी भी उम्र के लोगों का इलाज पूर्णतया निःशुल्क है |
उन्होंने यह भी बताया कि अब तक इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत डा0 वैभव खन्ना के नेतृत्व में 11 हजार से अधिक मरीजों का निःशुल्क सफल आपरेशन किया जा चुका है।
स्माइल ट्रेन परियोजना के निदेशक डा0 वैभव खन्ना ने बताया कि यह जन्मजात विकार अन्य विकारों की अपेक्षा ज्यादा देखने को मिलता है । समय से उचित चिकित्सीय परामर्श न मिलने से इस बीमारी का इलाज मुश्किल हो जाता है। अगर पैदायशी कटे होंठ वाले बच्चे का जन्म से पाँच माह तक और कटे तालू वाले बच्चे का इलाज जन्म के नौ माह के दौरान किया जाय तो यह बेहतर स्थिति रहती है। हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपरस्पेशियालटी हास्पिटल में संचालित स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट का यही वास्तविक उद्देश्य है। यदि बच्चे की उम्र उसके आगे निकल गयी है तो भी सर्जरी हो सकती है पर सही समय पर सर्जरी कराने से नतीजा सामान्य से ज्यादा अच्छा होता है। यह सर्जरी किसी भी उम्र के रोगियों के लिये निःशुल्क उपलब्ध है।
आर.बी.एस.के. टीम के अमित मिश्रा एवं डॉ0 आर0 के0 गुप्ता ने बताया कि जन्मजात कटे होठ व तालू की विकृति सर्जरी व अन्य उपचारों से पूरी तरह ठीक हो सकती है। इसके सम्पूर्ण इलाज में क्रेनियोफेशियल व आर्थोग्नैटिक सर्जरीजैसी प्रक्रियाओं का भी इस्तेमाल होता है। इस बात को प्रमुखता के साथ उल्लेखित किया गया कि बच्चों का सही समय पर इलाज कराने से यह जन्मजात विकृति पूरी तरह सही हो सकती है। जब यह सुविधा निःशुल्क उपलब्ध हो गयी है तो किसी भी गरीब मरीज के बच्चे को इस विकृति के साथ रहने की आवश्यकता नहीं है।
उन्नाव से TV भारत जिला संवाददाता अरविंद तिवारी की रिपोर्ट