Unnao: जनपद के दही चौकी स्थित सुंदर वाटिका में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल महाराज के सत्संग का आयोजन हुआ। सत्संग में बताया गया, हम इस मृत लोक में ईतना कष्ट क्यों उठा रहे हैं, प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि वह आजीवन सुखी रहें, कभी बीमार न हो, बुढ़ापा व मृत्यु पसंद नहीं लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि बुढ़ापा व मृत्यु दोनो कंपरसरी आना ही आना है, ऐसा क्यों?
पहले सभी जीव सतलोक (सनातन परम धाम) में रहा करते थे, वहां न कोई बीमारी, बुढ़ापा व मृत्यु नहीं होती। सतलोक में प्रत्येक हंस (व्यक्ति) के पास पूरी पृथ्वी जितना रहने के लिए अकेले का क्षेत्र है, तथा वहां पर मृत्यु नहीं होती हैं प्रत्येक हंस (व्यक्ति) अमर है। सतलोक में रहने वाले हंसों (व्यक्ति) के शरीर का 16 सूर्यों जितना प्रकाश है। मानव जीवन रहते यदि मनुष्य तत्वदर्शी संत की शरण में चला जाता है तथा आजीवन मर्यादा में रहकर सतभक्ति करता है वह सतलोक को प्राप्त करता है। वर्तमान समय में पूरी पृथ्वी पर एक मात्र तत्वदर्शी संत रामपाल महाराज है, उपरोक्त सत्संग कार्यक्रम में जिला संयोजक गुड्डू दास, महेंद्र दास, विकास दास, मयंक दास, विष्णु दास, दिनेश दास व अनिकेत दास तथा संपूर्ण जिले से आए श्रद्धालु उपस्थित रहें।