मामला उन्नाव जिले के सफीपुर ब्लॉक के अंतर्गत देवगांव के मजरा मद्दुखेड़ा का है जिसमें एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें प्रधानाध्यापक कृष्ण गोपाल को नशे में धुत बताया जा रहा जबकि मौके पर जब स्थानीय पत्रकार से जानकारी कराई गई तो पता चला कि मार्च में प्रधान अध्यापक छत से गिर गया था जिसके बाद उसका इलाज लखनऊ में चल रहा है और शरीर का दाहिना भाग आधा सुचारू रूप से कार्य नहीं कर रहा है जिस वजह से प्रधान अध्यापक लड़खड़ाते हुए ही चलते हैं और सहायक शिक्षक शिक्षामित्र के अनुसार प्रधान अध्यापक स्कूल में कई बार कुर्सी पर बैठे बैठे बेहोश भी हो गए हैं जिन्हें तुरंत सफीपुर भेजा गया है सर में दिक्कत होने की वजह से बात करते-करते अपने सर को पीटने लगते हैं भूलने की भी बहुत ज्यादा आदत हो गई है चलने में काफी असुविधा है अब बात करते हैं वीडियो वायरल की जो कि एक साजिश से चलाया गया है वीडियो 6 दिसंबर का है और उसे वायरल 16 दिसंबर को किया गया क्योंकि 16 दिसंबर को विद्यालय के दोनों रसोइयों का चयन होना था जिसमें विद्यालय प्रबंधन रसोईया दुल्ला को नहीं रखना चाहता है क्योंकि दुल्ला सही से खाना नहीं बनाती हैं खाने में अक्सर बाल मिलते हैं कभी-कभी कीड़े भी मिले हैं जिस पर सहायक अध्यापक नीलिमा वर्मा शिक्षामित्र दीपिका गौड़ ने दुल्ला से शिकायत की तो दुल्ला ने कई बार सहायक अध्यापक नीलिमा रावत को जातिसूचक गालियों से भी संबोधित किया शिक्षामित्र दीपिका गौर के साथ भी गाली गलौज किया जिससे अध्यापक आहत हुए और उसकी जगह पर किसी और को तैनात करना चाहते हैं इस बात को लेकर प्रधान शालिनी गौर के पति अभिनव गौड़ जो कि प्रतिनिधि हैं वह दुल्ला को रखना चाहते हैं इसी बात को लेकर प्रधानाध्यापक कृष्ण गोपाल और प्रधान प्रतिनिधि अभिनव गौर में खींचतान हो गई जिससे 6 तारीख का वीडियो 16 तारीख को वायरल किया गया अध्यापक की दिमागी स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं है जिसका साक्ष्य उनके मेडिकल पेपर हैं ग्रामीणों के अनुसार रसोईया दुल्ला बच्चों को भी जातिसूचक शब्दों से संबोधित करती है दोबारा खाना मांगने पर एतराज करती है जब अध्यापक कहते हैं खाना खिलाना साफ-सफाई आपका कार्य है तो दुल्ला कहती हैं हम पासी चमार के बच्चों के जूठे बर्तन नहीं धुलेंगे अभी कुछ दिन पहले 15 दिन के लिए प्रधान ने अपने घर में शादी होने के कारण रसोईया को 15 दिन के लिए अपने यहां रखा और सारे कार्य कराएं जो कि एक निजी कार्य है विद्यालय के रसोईया विद्यालय के लिए होते हैं ना कि निजी कार्य के लिए दुल्ला उनके निजी कार्य करती है जिस वजह से प्रधान प्रतिनिधि उनको हर हाल में रखना चाहते हैं और प्रधानाध्यापक कृष्ण गोपाल नहीं रखना चाहते हैं।
उन्नाव से टीवी भारत जिला संवाददाता अरविंद तिवारी की रिपोर्ट