मौरावां(उन्नाव)। नगर पंचायत में भाजपा प्रत्याशी विवेक सेठ का नामांकन खारिज होने से भाजपा के सिंबल से उनकी चुनाव लड़ने की मंशा पर पानी फिर गया है भाजपा प्रत्याशी के रूप में दाखिल गए नामांकन पत्र पर जिस प्रस्तावक के हस्ताक्षर होने के दावा किया था उसने पुरवा तहसील में आकर उसे फर्जी करार दे दिया।
निकाय चुनाव में नामांकन की प्रक्रिया 11 अप्रैल से शुरू होकर 17 अप्रैल तक चली थी मंगलवार को पर्चो की जांच की गई। इस दौरान मौरावां नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के दो प्रत्याशियों का पर्चा जांच के बाद खारिज कर दिया गया। इनमें भाजपा प्रत्याशी विवेक सेठ का भी पर्चा शामिल रहा। मौरावां रिटर्निंग ऑफीसर अमित मिश्रा ने बताया कि भाजपा प्रत्याशी विवेक सेठ ने नामांकन पत्र जमा करने के दौरान धीरेंद्र को प्रस्तावक बताया था, धीरेंद्र ने शपथ पत्र देकर प्रस्तावक का हस्ताक्षर फर्जी बताया।
इसी आधार पर भाजपा प्रत्याशी विवेक सेठ का पर्चा खारिज कर दिया। भाजपा प्रत्याशी ने तीन पर्चे निर्दलीय भी भरे थे, सही निकलने पर अब वह निर्दलीय चुनाव लडेंगे। मौरावां में सिर्फ निर्दलीय प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में है।
आप को बता दे कि मौरावां नगर पंचायत का चुनाव दिन पर दिन दिलचस्प होता जा रहा है जिस तरह पुलिस आकर पत्रकारों से झड़प करती है और मुकदमा लिखती है तो वहीं दूसरी ओर विधायक अनिल सिंह के करीबी और गार्ड धीरेंद्र सिंह उर्फ (धीरू) जिनको भाजपा ने प्रत्याशी ने प्रस्तावक बनाया था सिंबल मिलने के बाद प्रस्तावक धीरेंद्र सिंह ने यह कहते हुए र्निदलीय प्रत्याशी नवनीत शुक्ला और उनके भाइयों के ऊपर जान से मारने की धमकी का आरोप लगा दिया।अब देखना दिलचस्प होगा कि 35 वर्षो से जनता मतदान कर जिन्हें अपना प्यार दे रही है वह र्निदलीय प्रत्याशी नवनीत शुक्ला विजय पताका फहराएंगे या फिर र्निदलीय लड़ रहे अघोषित भाजपा प्रत्याशी विवेक सेठ अपना झंडा गाड़ पाएंगे।
रिपोर्ट – संतोष अवस्थी/सोफियान