उन्नाव बांगरमऊ के एक निजी विद्यालय में बच्चों की फीस न जमा होने पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा बच्चो को खड़ा रखा गया। परीक्षा भी नही देने दी गई। जिसके बाद विद्यालय के बाहर निकाल दिया गया। रोते हुए ननिहालो को देखकर कई अभिभावकों ने विद्यालय पहुँचकर कई तरह के आरोप लगाए गये। तो वही शिक्षा को लेकर सरकार के निर्देश धराशाई होते दिख रहे है।
बता दें कि बांगरमऊ क्षेत्र से वर्तमान विधायक आवास के कुछ दूरी पर बाल विद्या मंदिर नाम से एक विद्यालय संचालित है। जिसमें छात्र- छात्राओं की इस समय विद्यालय में परीक्षाएं करवाई जा रही है। जिससे जिन बच्चो की फीस नहीं जमा है। इन पर फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। सोमवार को जिन बच्चो की फीस नहीं जमा थी। विद्यालय स्टाफ द्वारा उन्हें बिना पेपर करवाए बाहर खड़ा करवा दिया। जिसके बाद अन्य बच्चों की परीक्षा खत्म होते ही फीस न देने वाले बच्चों से पहले फीस लेकर आने को कहकर वहां से भगा दिया गया। मायूस छोटे बच्चे दुखी रोते हुए घरों को पहुंचे तथा अपना माता पिता को घटना बताई। जिसके बाद अनेक अभिभावक अपने बच्चों के साथ विद्यालय के बाहर एकत्र हो गए। तथा विद्यालय के स्टाफ के व्यवहार पर सवाल खड़े करते रहे। कुछ बच्चो द्वारा रोते हुए अध्यापको पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया जा रहा है। बताया कि फीस न जमा होने से धूप में खड़ा किया गया। परीक्षा भी नही देने दी। जिसके बाद भगा दिया गया है। अभिभावक अवनीश कुमार ने बताया कि इस तरह विद्यालय के व्यवहार से बच्चो के मानसिक विकास पर बुरा असर पड़ता है। साथ ही उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। वही आक्रोशित अभिभावकों ने एसडीएम से शिकायत की।
आज फीस न जमा होने पर बच्चों के पेपर छुड़वाने के मामले में जांच करने पहुंचे एसडीएम बांगरमऊ उदित नारायण ने विद्यालय का स्थलीय निरीक्षण कर जानी हकीकत।विद्यालय की मान्यता खत्म करने के लिए शासन को लिखा पत्र।स्कूल प्रबंधक पर कार्रवाई के लिए भी लिखा पत्र।बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के बाल विद्या मंदिर स्कूल का मामला। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले विद्यालय पर कारवाई के लिए डीएम उन्नाव ने भी सख्त निर्देश दिए हैं किसी भी बच्चे को शिक्षा से वंचित नही रखा जा सकता।
अर्जुन तिवारी ब्यूरो उन्नाव