गंजमुरादाबाद।
डेढ़ वर्ष पूर्व गौशाला संचालन में खर्च धनराशि की मांग करते करते थक चुके संचालक ने खंड विकास अधिकारी नाम शिकायती पत्र देकर रुपए ना दिलाए जाने की दसा में मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी गई है। सरकार की तरफ से भुगतान पूर्ण होने के बाद भी धनराशि उपलब्ध ना कराए जाने से ब्लाक कर्मियो की मिलीभगत से धन का बंदरबांट होने की प्रबल आशंका बनी हुई है तो वही सरकार के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ती दिख रही है।
ब्लाक क्षेत्र के गांव भिखारीपुर पतसिया निवासी सत्यनारायण पुत्र मेडई ने खंड विकास अधिकारी के नाम दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि प्रधानी के चुनाव सम्पन्न होने के बाद उसने 3 जून से 26 जून 2021 के बीच 23 दिनों तक गांव स्थित सरकारी गौशाला में रखे गए 86 पशुओं की देखरेख व चारे पानी का प्रबंध निजी धन से किया जिसके बाद से ब्लाक कर्मचारी उसका भुगतान दिलाने की बात कहते हुए लगभग एक वर्ष तक टरकाते रहे जिसके बाद भुगतान दिलाए जाने की मांग करते हुए पीड़ित ने बीते 25/06/2022 बी डी ओ को प्रार्थना पत्र दिया किंतु सुनवाई नहीं हुई। 30/07/2022 उसने उपजिलाधिकारी बांगरमऊ को प्रार्थना पत्र दिया किंतु यहा आश्वाशन ही मिल सका जिसके बाद 6/08/2022 को उसने पुनः बांगरमऊ पहुंचकर समाधान दिवस के अवसर पर प्रार्थना पत्र देकर भुगतान की मांग की किंतु फिर भी कोई सुनवाई नहीं हो सकी, करीब डेढ़ वर्ष से भुगतान के लिए दर दर भटक रहे पीड़ित ने 5 नवंबर 2022 को फिर से खंड विकास अधिकारी के नाम प्रार्थना पत्र देकर भुगतान दिलाए जाने की मांग की है।तथा गौशाला संचालन शुरू करने से पूर्व के हालातो पर पीड़ित ने लिखा है कि जिस प्रकार पशु से मर रहे थे उसी प्रकार वह भी लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करेगा।
मामले के प्रति पशु चिकित्सा अधिकारी डाक्टर राहुल सचान का कहना है कि पीड़ित ने गौशाला संचालन का कार्य किया था किंतु ग्राम प्रधान की लापरवाही से भुगतान नहीं हो पाया है।
बी डी ओ सुरेंद्र प्रताप ने कहा है कि पूर्व की शिकायत पर ग्राम प्रधान को बुलाकर दोनो के बीच धनराशि दिलवाए जाने की सहमति बनी थी यदि पीड़ित का भुगतान नहीं मिला है तो पुनः प्रधान को बुलाकर पैसा दिलाया जायेगा।
Tv भारत रिपोर्टर सौरभ कुमार