सफीपुर ,उन्नाव::स्वास्थ्य, शिक्षा और गौशाला की देखी हकीकत, बाहर से दवा ना लिखने के निर्देश,
उन्नाव में डीएम अपूर्वा दुबे ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सफीपुर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय सफीपुर और विकासखंड सफीपुर के ग्राम देवगांव में गो आश्रय स्थल हेतु चयनित जमीन का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने सीएचसी सफीपुर में उपस्थित पंजिका ओपीडी रजिस्टर और दवाओं का स्टॉक इमरजेंसी वार्ड लेबर रूम मेडिकल स्टोर आदि का बारीकी से जानकारी ली।
इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश कुमार वर्मा को निर्देश दिया कि किसी भी मरीज को बाहर की दवा नहीं लिखी जानी चाहिए, ऐसा कर पाया गया तो संबंधित के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यदि कोई महत्वपूर्ण दवा सीएचसी पर उपलब्ध नहीं है तो उसे जिला मुख्यालय से मंगवा लिया जाए।
जितने भी मरीज सीएचसी पर इलाज कराने आ रहे हैं यदि उनका आयुष्मान कार्ड बना है तो उनका इलाज उसी कैटेगरी में इलाज किया जाए।
किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए यदि मरीज की स्थिति गंभीर हो रही है तो जिला अस्पताल भेज दिया जाए ।
डीएम ने सख्त लहजे में प्रभारी सीएचसी को निर्देश दिए कि केंद्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाए।
ताकि आम जनमानस को परेशान ना होना पड़े, सीएचसी में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और सरकार की मंशा के अनुरूप सभी को निशुल्क चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।
उधर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के निरीक्षण में क्षेत्र पंचायत द्वारा कराए जा रहे टाइल्ली करण पेंटिंग आदि सुंदरीकरण के कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।
हॉस्टल में जाकर साफ सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं को देखा साथ ही बालिकाओं और टीचर से वार्ता की बालिकाओं से शिक्षा और खानपान आदि की जानकारी ली वार्डन को निर्देश दिए कि हॉस्टल में मौजूद वस्तुओं का रखरखाव ठीक प्रकार से किया जाए।
ए बी एस ए सफीपुर को निर्देश दिए कि बाउंड्री वाल और परिसर के सौंदर्यीकरण का कार्य विद्यालय स्तर से कराया जाए।
यह भी कहा कि बच्चों को भोजन मीनू के अनुरूप उपलब्ध कराया जाए, डीएम ने विकासखंड सफीपुर के ग्राम देवगांव में गो श्रम स्थल हेतु चिन्हित जमीन का निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।