उन्नाव: हसनगंज मुंशीगंज मार्ग का 10 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण होना था। ठेकेदार ने सड़क के दोनों तरफ पटरी खोदकर कर काम बंद कर दिया। समय अवधि खत्म होने के बावजूद भी अभी काम नहीं खत्म हुआ। इसकी शिकायत क्षेत्रीय विधायक बृजेश रावत ने शासन स्तर पर की थी। जिस पर टेक्निकल ऑडिट सेल की 2 सदस्य टीम ने जांच की। हसनगंज-मुंशीगंज मार्ग 15 किलोमीटर मार्ग का चौड़ीकरण 10 करोड़ की लागत से मेसर्स राकेश प्रताप सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी करा रही थी। ठेकेदार ने एक साल पहले सड़क के दोनों तरफ गहरे गड्ढे खोदकर डाल दिए थे। जिसके बाद से अभी तक उसमें कोई काम नहीं कराया गया। इससे आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे थे। दो लोगों की इन गड्ढों में गिरकर मौत भी हो गई। इस पर क्षेत्रीय विधायक बृजेश रावत ने शासन स्तर पर बीती माह शिकायत की थी।
सोमवार को लोक निर्माण विभाग के उत्तर प्रदेश चीफ टेक्निकल ऑडिट सेल अधिकारी व टेक्निकल ऑडिट अधिकारी संजय सिंह ने उन्नाव अधिशासी अभियंता सुबोध कुमार सिंह के साथ सड़क के दोनों तरफ की चौड़ाई, गहराई सहित डाली गई जीएसबी गिट्टी का जांच सैंपल भरकर जांच के लिए योगशाला भेजने की बात कही।
सड़क की लंबाई 3 मीटर 75 सेंटीमीटर पहले थी। चौड़ीकरण होने के बाद 7 मीटर होनी थी। जो सालों से अधूरी पड़ी हुई है। इस संबंध में अधिशासी अभियंता सुबोध कुमार ने बताया कि समय सीमा खत्म होने के बाद भी ठेकेदार ने काम नहीं पूरा किया था। इसके लिए पहले ही एक करोड़ का जुर्माना कार्यदाई संस्था पर लगाया गया है। यदि काम नहीं पूरा होता है तो संस्था को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
आने जाने वाले राहगीरों को हो रही मुसीबत पिछले 1 वर्ष से अधिक से काम बंद पड़ा है ।