मनोज सिंह/जिला ब्यूरो
टीकमगढ़ । वर्ष 2022-23 की नई आबकारी नीति के अनुसार प्रदेश की समस्त मदिरा दुकाने कम्पोजिट शॉप के नाम से संचालित होने लगी हैं अर्थात् इन दुकानों से देशी एवं विदेशी मदिरा विक्रय करने का प्रावधान निर्धारित किया गया है । वर्ष 2023-24 के लिए अभी हाल ही में प्रदेश भर में शराब के ठेकों के लाइसेंस रिन्यू हुए हैं या नए ठेकेदारों को मिले हैं । नई शराब नीति के तहत शराब दुकानों के पास संचालित आहाते तथा यहां स्थित दुकानें पूर्णत : बंद कर दी गई हैं । जिससे शराब दुकानों पर शराब पीने की व्यवस्था बिल्कुल खत्म हो गई है । इसके साथ ही प्रशासन द्वारा नई लिस्ट के हिसाब से देशी शराब के दाम भी अभी तय नहीं किए गए है । जिस कारण शराब दुकानों पर देशी शराब ठेकेदारों द्वारा निर्धारित किए गए बढ़े हुए दामों पर बेची जा रही है । मप्र शासन के गाईड लाइन अनुसार मदिरा की फुटकर बिक्री के दाम हर शराब की दुकान पर चस्पा किए अनिवार्य है इसके साथ ही शराब खरीदने वाले ग्राहक को इसका बिल देना भी अनिवार्य है । लेकिन नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित शराब की दुकानों पर न तो रेट सूची देखने को मिलती है और न ही यहां ग्राहक को बिल दिया जाता है । अभी नगर में संचालित शराब दुकानों पर देशी शराब बढ़े हुए दामों पर बेची जा रही है । जहां प्लेन देशी शराब 80 रुपए में तो वहीं देशी मसाला शराब 100 रुपए में बेचा जा रहा है और जब इन बढ़े हुए दामों के लिए विभाग के अधिकारियों से बात करने के लिए फोन लगाया जाता है तो वह फोन नहीं उठाते हैं और फोन उठा भी लेते है तो उनसे रेट सूची मांगी जाती है तो कहते हैं कि भेज रहे है और फिर नहीं भेजते हैं । प्रेमियों में रोष : बढ़े हुए दामों से सुरा शराब के शौकीन व्यक्ति रमन आदिवासी , लाखन रैकवार , चिट्टू खंगार सहित अनेक लोगों ने बताया कि शराब ठेकेदार द्वारा एक अप्रैल से इस दुकान पर बेची जाने वाली देशी सफेद शराब का क्वार्टर 80 रुपए व मसाला शराब क्वार्टर 100 रुपए में ग्राहकों को विक्रय की जा रही है । जबकि पिछले वर्ष के रेट के प्लेन देशी शराब 60 रुपए तो देशी मसाला शराब 80 रुपए में बेची जा रही थी । अनुसार अभी तक शासन द्वारा नए रेट निर्धारित किए गए है या नहीं किए गए है । इसकी जानकारी नहीं हैं और अचानक बढ़े इन 20 रुपए के की चर्चा सोशल मीडिया पर भी है । जिस कारण इन तीन दिनों में ग्राहक दुकान पर बढ़े रेटों का जिक्र सेल्स मैन से करते हैं तो शराब ठेकेदार के कर्मचारी झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं । जब इस संबंध में आबकारी इंस्पेक्टर विजय सिंह से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि शराब अधिक रेट में मिलने की शिकायत तो आ रही हैं । इसके लिए मैं दिखवाता हूं और आपको रेट सूची भेजता हूं । मगर फिर रेट उन्होंने सूची नहीं भेजी गई । इसके बाद जब सूची के लिए उन्हें फोन लगाया गया तो उन्हों फोन रिसीव नहीं किया । इससे साफ जाहिर होता है कि यह सब विभाग को पता है और यह मौन बना हुआ है ।