मनोज सिंह/जिला ब्यूरो
टीकमगढ़।बार-बार दल बदल करने वाले एक नेता बृजकिशोर पटैरिया और बीजेपी नेता जीतू सेन के बीच आदिवासियों की जमीनों को बचाने और हड़पने के मामले में ठनी हुई है। एक ओर बीजेपी नेता जीतू सेन आदिवासियों की सुरक्षा और उनकी जमीनों को बचाने के लिये मैदान में हैं। भूमिफाओं के राजनीति में सक्रिय होने से आदिवासियों के साथ ही सरकारी जमीनों को हड़पने का कुचक्र जिले में लंबे समय से चला आ रहा है। करोड़ों रूपये की सरकारी जमीनों को अपना बनाने में कई दबंगों के नाम सामने आये हैं, लेकिन प्रशासन है कि भूमाफियाओं के खिलाफ मुहिम चलाने से कतराता रहा है। अब देखना है कि श्री पटैरिया का मामला गर्माने के बाद उनके कब्जे में अब तक आई जमीनों को प्रशासन मुक्त कराने और उनके विरूद्ध कार्रवाई करने के लिये क्या प्रयास करता है। बीजेपी नेता जीतू सेन ने आज एक होटल में पत्रकारों से चर्चा कर मय दस्तावेजों के अब आम आदमी पार्टी में आये नेता बृजकिशोर पटैरिया पर ताबड़तोड़ आरोप लगाये हैं। उन्होंने श्री पटैरिया द्वारा उन पर लगाये गये आरोपों को मनगढ़ंत और ओछी मानसिकता का नमूना बताते हुये मानहानी का दावा करने तक की चेतावनी दी है। श्री पटैरिया को आदिवासियों की जमीन हड़पने वाला सरगना बताते हुये उन्होंने कहा कि श्री पटैरिया का कुंडेश्वर स्थित एक मकान और वेयर हाउस से लेकर कई जमीनें आदिवासियों के हाथों से हड़पी गई हैं। जिनकी जांच की जानी चाहिये। उन्होंने कहा है कि मेरे ऊपर लगाये गये सभी आरोप निराधार एवं झूठे है। बृज किशोर पटैरिया द्वारा उनकी एवं परिवार की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा हैं। श्री सेन का कहना है कि उनका प्रतिष्ठित परिवार है, इनके परिवार को किसी पहचान की आवश्कता नहीं है। परिवार के सदस्य नौकरी में रहे है, खेती किसानी रही है। वह पिछले 20 वर्षों से छात्र राजनीति से लेकर अभी तक विभिन्न पदों पर रहे हैं। कुछ सामाजिक पदों का दायित्व निभा रहे हैं। पहले यह पता कर लें कि मेरे एवं मेरे परिवार के नाम कितनी भूमि है, उसको मैने किन श्रोतो से खरीदा है। इसका उल्लेख वह पूर्व में हुये नगरपालिका चुनाव में भी दे चुके हंै। बीजेपी नेता जीतू सेन ने कहा है कि वह विगत 18 वर्षों से व्यापार से जुड़े हैं, जो भी पैसा कमाया है, उसका पूरा टैक्स पे किया है। बैलेंस सीटों में प्रत्येक सम्पत्ति का उल्लेख है। बृजकिशोर पटैरिया का मुझ पर आरोप लगाने का मूल उदेश्य एक आदिवासी परिवार कल्ला सौर की जमीन हथयाने का है और कोई कारण नहीं है। वह श्री पटैरिया से अपनी जमीन को बचाने के लिये पिछले बीस सालों से संघर्ष करता आ रहा है। न्यायालय से लेकर राजस्व अधिकारियों तक वह पूर्व में जा चुका है, जहां से उसे न्याय भी मिला। इसके बाद भी अब वह यह जमीन हथियाने के लिये अपराधियों एवं गुंडों तक का सहारा लेकर आदिवासी परिवार को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। कल्ला सौर ने भी सारे मामले की शिकायत पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन से करते हुये सुरक्षा की गुहार लगाई है, लेकिन श्री पटैरिया को मिल रहे राजनैतिक संरक्षण के कारण अब तक आदिवासी परिवार को न्याय नहीं मिल सका है। श्री सेन ने पुलिस अधीक्षक से आदिवासी परिवार को न्याय दिलाने एवं दबंग नेता श्री पटैरिया के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
जरूरत पड़ी, तो सीएम तक भी जाऊंगा..जीतू सेन
बीजेपी नेता जीतू सेन का कहना है कि वह आदिवासी परिवार की पूरी ईमानदारी से मदद कर रहे हैं। आदिवासी की जमीन पर मेरे या मेरे परिवार के नाम ऐसी कोई भूमि नहीं ह,ै जिस पर मैने कॉलोनी बैची या खरीदी हो। कल्ला आदिवासी से आज दिनांक तक मैने व मेरे परिवार ने कोई भी भूमि न खरीदी है और न ही बैची है। पटैरिया जो रिकार्ड में हेराफेरी का आरोप लगा रहे हैं, वह इनके समय का हो सकता है, क्योंकि मेरे समय तो कम्प्यूटर का रिकार्ड था, इसलिये जॉच जरूर होनी चाहियें। इनके द्वारा जो भी शिकायतें की गई है वह द्वेष भावना से ग्रसित हैं। इनका उद्देश्य स्वयं आदिवासी की जमीन हड़पने का है। यह स्वंय बाहुवली नेता हैं और वह एक छोटी समाज से पिछड़ी जाति से हैं। वह तो कभी भी उनकी हत्या भी करवा सकते हैं। इन्हें यह रास नहीं आता कि कोई मेरी बात का अनादर करें। मैने हमेशा गरीब, असहाय, दलित आदिवासी, पिछड़ों, अति गरीब, सामान्य परिवारों की लड़ाई लड़ी है। उनके द्वारा एक भी परिवार का शोषण नहीं किया गया है।
आदिवासियों के हितों में क्या किया, बतायें
बीजेपी नेता जीतू सेन ने आप नेता बृजकिशोर पटैरिया के बारे में कहा कि वह अब तक दल बदल करते रहे हैं। कांग्रेस, सपा, बीएसपी से लेकर आप तक सफर कर उन्होंने हमेशा आदिवासियों पर अन्याय ही किया है। वह जानना चाहते है कि बतायें कि अब तक उन्होंने कितने आदिवासियों का भला किया है या उनकी मदद की है। श्री पटैरिया द्वारा आज दिनांक तक आदिवासियों के हित में क्या कदम उठायें गये हैं। इन्होने हमेशा इनका शोषण किया है। मेरी प्रशासन से मांग है कि विगत 5 वर्ष में टीकमगढ़ जिले में कितने आदिवासियों की जमीन का विक्रय अन्य व्यक्तियों को किया गया सार्वजनिक की जाए।
आशुतोष अपर्णा बीज समिति पर भी लगाये आरोप
दल बदल करते आ रहे बृजकिशोर पटैरिया द्वारा जबरन आदिवासियों की जमीन पर कब्जा किया है। मैं प्रशासन से मांग करता हूं कि पटैरिया का कुण्डेश्वर स्थित मकान है, जिसको श्री पटैरिया ने अतिक्रमण शासकीय, आदिवासियों की भूमि है, जिसका सीमांकन कर इसकी जाँच की जाये। कर इनका ग्रेडिंग प्लांट खसरा नंबर 27/ 1 जो कि आदिवासी एवं शासकीय भूमि कुण्डेश्वर रोड पर लगा है, जिसकी जाँच की जायें। बनाया है यह इनका मिनौरा स्थित वेयर हाउस भी अतिक्रमण कर बनाया गया है। जिसका मौके पर जाकर स्थल निरीक्षण कर जाँच की जाये कि किस खसरा नंबर में निर्माण है और वह किसका है। इनकी बीज समिति आशुतोष अपर्णा बीज समिति की जाँच की जाये कि इनके यहाँ बनाये जा रहे बीज की क्या पैमाने की गुणवत्ता रही है। इनकी समिति नें किसानों के लिये आया अनुदान नहीं दिया है, जिसका पूर्व में विधान सभा प्रश्न भी लगा था। इनकी हर दल में सांठ-गांठ रही है। सभी सरकारों में इनके द्वारा शासन को बीज की सप्लाई की, चाहे सरकार किसी की भी रही हो।