बांगरमऊ/उन्नाव। ग्राम पंचायत ततियापुर निवासनी एक विकलांग महिला सहित अलग-अलग परिवार की दो महिलाओं ने ग्राम पंचायत अधिकारी पर सुविधा शुल्क मांगने और न देने पर उन्हें प्रधानमंत्री आवास सूची में अपात्र घोषित करने का आरोप लगाया है। महिलाओं ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र प्रेषित कर ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है।
ग्राम पंचायत ततियापुर के मजरा गोलुहापुर निवासिनी अमीना बेगम पत्नी अंसार अहमद दोनों आंखों से अंधी है और शत-प्रतिशत विकलांग है। इसी गांव की महिला सीमा पत्नी रसीद भूमिहीन खेतिहर मजदूर है। शिकायती पत्र के अनुसार दोनों महिलाओं के नाम प्रधानमंत्री आवास सूची में दर्ज है।
आरोप है कि बीते बुधवार को ग्राम पंचायत अधिकारी कुलदीप ब्लॉक के एडीओ आईएसबी और एडीओ कोऑपरेटिव के साथ गांव पहुंचे और गृहस्वामी के इजाजत के बगैर तीनों ब्लॉक कर्मी दोनों महिलाओं के घरों में घुस गए। तीनों ब्लॉक कर्मियों ने घर के अंदर फोटो खींचे। इसके पूर्व ग्राम पंचायत अधिकारी ने दोनों महिलाओं से आवास के नाम पर 10 से 15 हजार रुपए सुविधा शुल्क के रूप में देने की मांग की थी। पैसे देने से इनकार करने पर ग्राम पंचायत अधिकारी ने ब्लॉक कर्मचारियों से मिलकर दोनों महिलाओं को अपात्र घोषित कर उनका नाम प्रधानमंत्री आवास सूची से खारिज कर दिया। आज दोनों महिलाएं ब्लॉक कार्यालय पहुंचकर खंड विकास अधिकारी अभिनव सरोज के समक्ष शिकायत दर्ज कराई। महिलाओं ने शिकायती पत्रों की प्रति कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी को भी भेजी है। ग्राम पंचायत अधिकारी कुलदीप ने बताया कि दोनों महिलाओं के पक्के मकान मौजूद हैं। जिसके चलते दोनों परिवार आवास के पात्र नहीं है। सुविधा शुल्क मांगने की शिकायत मनगढ़ंत और फर्जी है।