ADVERTISEMENT
आयोजक बता रहे कि प्रतिभागियों के लिये निःशुल्क है व्यवस्था
मनोज सिंह/जिला ब्यूरो
टीकमगढ़। (दैनिक अमर स्तंभ) शहर में गुरुवार की रात गरबा की धूम देखने को मिली साथ में आयोजकों के द्वारा मुनाफा वसूली भी देखने को मिली। गरबा स्थल पर जहां एक ओर बिकने वाले खाने पीने के सामान कहीं ज्यादा दामों बेचे गये वहीं जिन लोगों ने फीस देकर कार्यक्रम में हिस्सा लिया था उन्हे भी सभी खाने-पीने की चीजें खरीदनी पडी, कार्यक्रम में आलम यह रहा कि लोगों को पानी भी खरीद कर पीना पडा।
स्थानीय पुष्प वाटिका गार्डन में गरबा समारोह का आयोजन किया गया जिसमें शहर के हर उम्र के लोगों ने बड-चढकर हिस्सा लिया जिसको आयोजकों ने कमाई का जारिया बना लिया। जहां एक ओर आयोजकों का कहना था कि जिनलोगों ने फीस देकर कार्यक्रम में भाग लिया है उनके लिये खाने एवं पीने दोनों की निःशुल्क व्यवस्था कि गयी है वहीं असलियत इसके उल्ट ही निकली। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले युवाओं ने बताया कि उन्होने खाने-पीने के लिये अलग से काउण्टर पर पैसे देने पडे।
इस दौरान जब डोसा स्टाल संचालक से पूछा कि क्या प्रतिभागियों के निःशुल्क खाने की व्यवस्था है तब उसे इस बात को सिरे से खारिज कर दिया। कार्यक्रम में मुनाफा वसूली का दोहरा माप दण्ड देखने को मिला जहां खाने-पीने के प्रतिभागियों से पैसे तो लिये ही गये साथ में जिस डोसा की कीमत बाजार में 30 रूपये है उसे कार्यक्रम में 50 रूपये का बेचा गया। पूरे कार्यक्रम में ’’ आम के आम गुठलियों के दाम ’’ मुहावरा सिद्ध होता हुआ दिखा। इस मामले आयोजकों से और बात करनी चाहिये लेकिन वह कार्यक्रम में व्यस्तता का बहाना करते हुये किनारा काटते दिखे।