औरास उन्नाव::जान हथेली पर लेकर रोज आवागमन को मजबूर है ग्रामीण और स्कूली बच्चे ,गुजरते वक्त घबराते है लोग।
औरास थाना क्षेत्र के अजिगांव गांव के पास बने लकड़ी के पुल से दर्जन गांव के लोग गुजरते हैं इसके साथ ही लगभग आधा दर्जन गांव भी नदी के दूसरी तरफ स्थित हैं।
अलीपुर मिचलोला, सैदापुर ,पनापुर ,मैनी भावा खेड़ा ,हाजीपुर गोसा ,नई बस्ती महबूब खेड़ा ,जमाल नगर,निरखी खेड़ा,आदि गांव के लोगो का रोज का आना जाना इसी पुल से होता है ।
गांव के लोगों की नदी के उस पार सैकड़ों बीघा खेतिहर भूमि है।
लगभग आधा दर्जन गांवों की नदी के दूसरी तरफ स्थित हैं।
लेकिन प्रशासन की निगाह अभी तक जिले में सई नदी पर बने जुगाड़ वाले पुल पर नहीं पड़ी है।बीते 20 वर्षों से ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर हिचकोले खाते हुए इस लकड़ी के पुल से आवागमन कर रहे हैं।
हर चुनाव में जिले के औरास ब्लाक विधानसभा मिर्जापुर अजीगांव में नेता पुल बनवाने का वादा करते हैं चुनाव से पहले इसी वादे पर वोट लेते हैं लेकिन जीतने के बाद वापस मुड़कर नहीं देखते हैं ।
20 साल पहले अजिगांव ग्रामीणों ने मिलकर लकड़ियां और बल्लियों के सहारे सई नदी के ऊपर पुल का निर्माण किया था।
जुगाड़ से बनाया गया यह पुल बारागी आदमी देख के ठिठक जाता है ।
लेकिन मजबूरी में ग्रामीण इसी पुल से जान हथेली पर लेकर रोज गुजरते हैं
बारिश के समय इस पुल के ऊपर से नदी की धारा बहती है ग्रामीण बताते हैं कि बीते 5 सालों में कई लोग इस पुल से नीचे गिर कर अपनी जान गवा चुके हैं।
इस पुल के निर्माण की घोषणा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने 2 साल पहले की थी इसके बावजूद निर्माण नहीं हो सका इस साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान ग्रामीणों ने पुल नहीं बनवाए जाने के गुस्से में चुनाव का बहिष्कार कर वोट नहीं डालने का ऐलान किया था इसके बाद अधिकारी और नेता पहुंचे सभी ने वादा किया कि चुनाव खत्म होने के बाद हर हाल में यह पुल बनवा दिया जाएगा लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है।
ग्रामीण शिवांश सिंह और सिया राम ने बताया कि डिप्टी सीएम ने पीपे का पुल बनवाने की घोषणा की थी. लोक निर्माण विभाग की टीम ने पीपा पुल असफल होने की रिपोर्ट लगा दी. पुल बनवाने का आश्वासन सभी ने दिया लेकिन धरातल पर अभी तक कुछ भी नहीं हो सका।