उन्नाव। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा मरी हुई गाय का एक वीडियो आपका मन विचलित कर सकता है लेकिन सच्चाई यही है कि भारतीय जनता पार्टी जोकि दूसरे धर्म के लोगों को गौरक्षा के मामले में टारगेट बनाती है। असल में उन्हीं के राज में गौवंश का बुरा हाल हो रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की कुरसठ गौशाला ब्लॉक बांगरमऊ तहसील सफीपुर की है दुर्भाग्य की बात तो यह है इससे पहले भी भारतीय गौ रक्षा वाहिनी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तराखंड प्रभारी शादाब अली व उनकी टीम ने लगातार कई गौशालाओं की आवाजों को बद से बदतर होने पर उठाया और कई लिखित शिकायती पत्र भी दिए लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं जाती है। जहां पर बनी गौशाला में एक गाय कीचड़ में मरी हुई पड़ी हुई है और इस गाय के शव को कुत्ते नोच रहे हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ योगी सरकार महिला सुरक्षा के बाद गौ रक्षा के भी बड़े-बड़े दावे करती है और प्रदेश में ग्राम पंचायतों में नेता व मंत्री से लेकर उच्च अधिकारियों के संरक्षण में प्रधानों को बढ़ावा देने के लिए बड़े स्तर पर गौशालाओं का निर्माण किया गया है। लेकिन बीजेपी के गौ रक्षा के झूठे दावों की पोल कोई पहली बार नही खुली इससे पहले भी कई गौशालाओं की वक्त वक्त पर खुल जाती गई है।
साल 2014 के बाद जब से केंद्र की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी ने कदम रखा है। तब से गाय को एक राजनीतिक जानवर बना दिया है जो कि चुनावों के दौरान सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
लेकिन वास्तविकता यही है कि धर्म के नाम पर इस्तेमाल की जाने वाली गाय की हालत भाजपा के राज में निंदनीय है। धर्म के ठेकेदारों और संगठनों में गौ रक्षा तभी देखने को मिलती है। जब दूसरे धर्म के लोगों की मोब लिंचिंग करनी हो।
इससे पहले भी कई वीडियो को ट्विटर ए शेयर करते हुए के पत्रकार शादाब अली ने लिखा कि “विडियो मन विचलित कर देगा। इससे पहले भी फतेहपुर 84 कि ग्रामसभा कुड़ी ना की गौशाला की हालत बद से बदतर पाई गई थी जिसमें गौ सेवा करने वाले राकेश सिंह चौहान ने काफी गंभीर आरोप भी लगाए थे ,वही सफीपुर,गंज मुरादाबाद की कई गौशालाओं में गायों को रखने के लिए में बनी गौशाला में एक गाय की मौत के बाद उसके शव को कुत्ते नोच रहे हैं।”
बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि फर्जी गौरक्षकों की गौभक्ति अब कहां है। जब गौशालाओं में इस तरह से गायों की लाशें सड़ रही हैं और उन्हें उठाने वाला कोई भी गौ भक्त सामने नहीं आ रहा है ?
…. रिपोर्ट – अरविंद तिवारी