उन्नाव माखी थाना क्षेत्र के गांव पावा मे लगने वाले लवकुश हटिया मेला में आसपास व दूर-दराज क्षेत्रों के ग्रामीणों की बड़ी संख्या में भीड़ रहती है पावा में मेले का पौराणिक महत्व है, यहां पर भगवान श्रीराम के अश्वमेध यज्ञ में छोड़े गए घोड़े को उनके पुत्र लवकुश ने यहीं पकड़ा था। भ्रमण के बाद उसे परियर के जानकी कुंड में स्थित वट वृक्ष में बांध दिया था।
तभी से यहां पावा व खोखापुर में मेला लगता है। दूर-दराज से आये स्नानर्थी गंगा तट पर रुक कर स्नान करते हैं तथा दूसरे दिन लव कुश हटिया मेला पावा खोखापुर में खरीदारी कर घरों को वापस लौटते हैं। वहीं आसपास के ग्रामीण आज दूसरे दिन भारी संख्या मे आकर अपने घरों गृहस्थी के उपयोग में आने वाले बर्तनों की खरीददारी की हैं साथ किसान के उपयोग में आने वाले किसानी के लिए करहा व अन्य सामान आदि खरीदे । वहीं बच्चों ने खिलौने खरीदें और मेले में लगे झूलो का आनंद लिया।