Lakhimpur Kheri News: धौरहरा वन रेंज के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में वन संपदा पर संकट मंडरा रहा है। क्षेत्र में लकड़ी माफियाओं और वन विभाग के वनरक्षक राजेश दीक्षित की साठगांठ के चलते हरे-भरे प्रतिबंधित पेड़ों की अवैध कटान बड़े पैमाने पर की जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नगर पंचायत क्षेत्र के मोहल्ला सरोजनी नगर में अकबाल खां के भट्टे को लकड़ी डंपिंग स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। बीती रात धौरहरा टाउन स्थानीय ठेकेदार शरीफ काजी जिसके ऊपर वन विभाग में कई मुकदमे 4 बटा 10 में दर्ज हैं जिसमें आज तक उसने जुर्माना जमा नहीं किया है वरक्षक राज्य दीक्षित की मिली भगत से 31 करीब पेड़ देसी आम और 10 पेड़ जामुन और 10 पेड़ शीशम के पेड़ों का सफाया कर कई ताली लकड़ी सीतापुर तंबौर भेज चुका है जबकि जानकारी के मुताबिक 6 पेड़ कलमी आम का परमिशन उसने बनवाया था परंतु वनरक्षक राजेश दीक्षित के सह पर इसने लगभग 41 पेड़ों का बिना परमिट गठन करवा चुका है एक पटियाला शीशम की लकड़ी यहां डंप की गई। बताया जा रहा है कि यह लकड़ी अवैध रूप से, बिना किसी वैध परमिट के काटी गई है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पेड़ों की यह अवैध कटाई लंबे समय से जारी है और इस काले कारोबार में कुछ वन कर्मियों की भी मिलीभगत है। कथित तौर पर कमाई का बड़ा हिस्सा विभागीय कर्मचारियों को ‘ईमानदारी’ के नाम पर पहुंचाया जा रहा है, जिससे वे इस अपराध पर आंखें बंद किए हैं।
जब इस मामले पर संबंधित वन रेंज अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने फोन उठाना तक मुनासिब नहीं समझा। इससे जाहिर होता है कि विभागीय निगरानी पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है।
गौरतलब है कि इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल पर्यावरण के लिए खतरा हैं, बल्कि यह कानून व्यवस्था की भी खुली धज्जियां उड़ाने जैसा है। यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगी, तो आने वाले समय में इसका खामियाजा पूरे क्षेत्र को भुगतना पड़ सकता है।
स्थानीय निवासी मिहीलाल, शलीम, रासिद ने बताया यहां पर अक्सर लकड़ी पड़ी रहती है
जिला प्रशासन से मामले को संज्ञान लेकर उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
…. रिपोर्ट- हरिओम सिंह