जिला ब्यूरो/मनोज सिंह
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने जिला शिक्षा विभाग को हिला कर रख दिया, जिसमें प्राथमिक शिक्षक गुग्गनलाल वंशकार कक्षा में कुर्सी पर सोते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में स्थानीय छात्र और ग्रामीण स्पष्ट तौर पर कहते सुनाई दे रहे हैं कि शिक्षक प्रतिदिन शराब पीकर स्कूल आते हैं, न तो पढ़ाते हैं और न समय पर स्कूल संचालित करते हैं। मामले ने तूल पकड़ा तो खबर स्थानीय समाचार पत्र ‘दैनिक रागाचार’ में भी प्रमुखता से प्रकाशित हुई – कक्षा में कुर्सी पर खर्राटे मारते गारसाव का वीडियो वायरल।
वायरल वीडियो और अखबारी खबर पाई गई ‘सत्य’
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़ ने दिनांक 27 जून 2025 को पत्र जारी कर जांच समिति गठित की और संकुल प्राचार्य उगाधि मोहनगढ़ एवं प्रभारी प्राचार्य वर्गाडॉग को जांच अधिकारी नियुक्त किया। संयुक्त जांच प्रतिवेदन क्रमांक 01 दिनांक 01 जुलाई 2025 में स्पष्ट रूप से प्रतिवेदित किया गया है कि शिक्षक गुग्गनलाल वंशकार शराब पीने के आदी हैं और उन्होंने यह बात लिखित में भी स्वीकार की है। वायरल वीडियो एवं प्रकाशित समाचार की प्रामाणिकता जांच में सही पाई गई।
गंभीर कदाचरण, सेवा नियमों का खुला उल्लंघन
शिक्षक का यह कृत्य मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के उपनियम (1), (2) और (3) का स्पष्ट उल्लंघन है। साथ ही यह आचरण मप्र सिविल सेवा वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील नियम 1966 के नियम 9 के अंतर्गत दंडनीय है।
तत्काल प्रभाव से निलंबन, मुख्यालय किया गया परिवर्तन
जांच में दोषी पाए जाने पर गुग्गनलाल वंशकार, प्राथमिक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला हरिजन बस्ती पहनार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय टीकमगढ़ नियत किया गया है। आदेश के अनुसार इन्हें नियमों के तहत जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।