उन्नाव। जनपद के हसनगंज तहसील क्षेत्र में सई नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण किसानों की गेहूं की फसल डूब गई है लगातार जलस्तर बढ़ रहा है।जिससे किसान परेशान है जिन किसानों के खेतों में पानी भरा है वह पंपिंग सेट से पानी निकाल कर फसल बचाने का प्रयास कर रहे हैं। उधर जल स्तर बढ़ने पर तहसीलदार ने कहा कि लेखपाल को भेज कर नुकसान का आकलन कराया जाएगा।बता दे कि पिछले डेढ़ माह पहले किसानों ने अपने खेतों में गेहूं की फसल को बोया था इसके साथ ही इन दोनों मौसमी सब्जियां भी किसानों की खेतों में तैयार हैं अचानक पिछले तीन दिनों में हसनगंज तहसील क्षेत्र के रसूलपुर बकिया, सुमेरपुर, निजाम खेड़ा, खपुरा भट्ट,रफी गढ़ी, बिच परी,दरिहत,रानीखेड़ा, अहमदपुर , भोगला,हसनगंज , ऊंच गांव,सहित अन्य आधा सैकड़ो से अधिक गांव की सैकड़ो बीघा फसल जल मग्न हो गई है।किसानों ने अपनी गेहूं की फसल और सब्जी को फसल बचाने के लिए इंजन वाले पंपिंग सेट से खेतों में भर पानी को निकालने का लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन उधर जलस्तर न घटने से खेतों में पानी बढ़ता ही जा रहा है जिससे किसान परेशान हैं।सलेमपुर गांव निवासी किसन राम सुमेर ने बताया कि उन्होंने कर्ज लेकर फसल को बोया था उम्मीद थी दो माह बाद गेहूं की फसल अच्छी तैयार होगी लेकिन गेहूं की फसल डूबने से उनका नुकसान हो गया है इसी तरह अन्य किसानों ने भी बताया कि सारी मेहनत पर पानी फिर गया है।अब गेहूं की पैदावार होने की उम्मीद नहीं बची है यदि जलस्तर कम ना हुआ तो और दूर के खेतों में भी जल भराव होगा तहसीलदार विराग करवरिया ने बताया कि सई नदी का जल स्तर बढ़ने से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है लेखपाल को भेजकर बर्बाद हुई फसलों का आकलन कराया जाएगा उधर बढ़ते जल स्तर को रोकने के लिए भी इंतजाम किए जाएंगे।