उन्नाव मियागंज: प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने चौराहे के आसपास अतिक्रमण हटवाने के लिए अभियान चला कर चौराहे के अतिक्रमण खाली कराए लेकिन मियागंज चौराहे के आसपास अवैध बस संचालकों ने कब्जा करके आने जाने वाले राहगीरों की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी है। अन्य प्रदेशों में संचालित होने वाली प्राइवेट बसों के संचालकों ने चौराहे पर अवैध कब्जा जमा रखा। प्राइवेट बस मालिको की स्थानीय थाने और पुलिस से जबरदस्त सेटिंग है , जब कभी महीने का खर्च थाने नही पहुंचता तो एक दो बसों का चालान करके खानापूर्ति कर दी जाती है।खर्चा मिलने के बाद फिर से सब पहले चौराहे पर जहा चाहे वहां कब्जा जमा कर काम चालू कर सकते हैं।
मियागंज से लुधियाना, चंडीगढ़ , हरियाणा, पंजाब के लिए जाने वाले लोगो के लिए प्राइवेट बस संचालकों ने चौराहे पर अपने अपने लोगों को बैठा रखा है। जो सवारियों को भेजने का काम करते है।
सरकारी बसे अधिकांशतः खाली जाती है क्योंकि सवारी बसों के दलाल उनको प्राइवेट बसों के लिए ले जाते है।
मियागंज , औरास, बांगरमऊ, तकिया चौराहे पर अवैध बसों के संचालकों के खिलाफ क्या उन्नाव पुलिस अधीक्षक , एआरटीओ कब कठोर कार्रवाई करेंगे?
या ऐसे ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से अंतर राज्य प्राइवेट बसों का अवैध संचालन चलता रहेगा।