फतेहपुर चौरासी(उन्नाव)। स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत भाभी से आशिकी में बाधक बन रही मासूम बच्ची को परिवारिक चाचा ने मौत के घाट उतारा, वहीं थाना पुलिस गांव के ही कातिल को ढूंढने में कई दिन लगा दिए पुलिस अधिकारियों की
सक्रियता के चलते भी थाना पुलिस घटना के खुलासे में लचर रही वहीं घटना के खुलासे को लेकर तमाम संदिग्धों से पूछताछ में भी समय गुजारा।
फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र के गांव कुशालपुरवा निवासी संगीत की 5 वर्षीय पुत्री सिम्मी उर्फ समीसा गत 31जनवरी मंगलवार को दोपहर बाद गायब हो गई थी। बुधवार को बच्ची का शव महामाइन खेड़ा गांव निवासी राजेंद्र के सरसों के खेत में छुपा मिला था, मासूम बच्ची की इस प्रकार निर्मम हत्या से सनसनी फैल गई, पुलिस विभाग के अफसर भी गांव पहुंच घटना की जानकारी ली। बच्ची की इस निर्मम हत्या के कातिलों को खोजने के क्षेत्राधिकारी सफीपुर एवं बांगरमऊ के क्षेत्राधिकारी के नेतृृत्व में हत्या के खुलासे के लिए पुलिस टीमें सक्रिय रहीं। आज थाना अध्यक्ष द्वारा घटना का खुलासा कर बतााय कि मृतका के परिवारिक चाचा ने उस की हत्या कर दी थी। पुलिस ने दावा किया है की बच्ची के कातिल अखिलेश पुत्र मटरू को गांव कुशलपुरवा स्थित प्राथमिक विद्यालय के निकट से गिरफ्तार कर लियाा एवं विधिक धाराओं के साथ जेल भेजा जा रहा है।पुलिस के अनुसार मृतका का चचेरा चाचा अखिलेश उसकी माता से दिललगी करता था, सिम्मी मां और चाचा के प्रेम में बाधक थी, जिससे उसकी हत्या चाचा ने ही कर दी। पुलिस द्वारा उसकी निशानदेही पर बच्ची के चांदी के कंगन एक काले धागे में चांदी की हाय, एक जोड़ी चप्पल की बद्धी राजेन्द्र के खेत से बरामद हुई।मृतक बच्ची के पिता संगीत रोजगार के लिए गांव से बाहर अन्य शहर में रहता था। वहीं घटना के खुलासे में थाना पुलिस की लेट लतीफी की चर्चाएं भी हैं। जानकर सूत्र बताते हैं की मृतका की मां भी घटना का व्यूह रचने में शामिल थी। वहीं चर्चा है कि दो दिन पूर्व ही पुलिस ने खुलासे की सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली थी, आखिर में 36 घण्टे किस स्थिति लगा दिए।
…. रिपोर्ट- अनिल कुमार