उन्नाव: जनपद की नगर पंचायत हैदराबाद अंतर्गत राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल का संचालन जर्जर भवन में हो रहा है जो किसी भी वक्त जमींदोज हो सकता है। छत से प्लास्टर टूट रहा है दीवारें चिटकी हुई हैं और बदबूदार कमरों में दवाओं के साथ फार्मेसिस्ट और डॉक्टर मरीजों को दवा देने पर मजबूर है। प्रदेश की सरकारों के स्वास्थ्य विभाग को लेकर दावे जमीनी हकीकत में पोल खोलते हुए दिखाई देते हैं या एक और आयुर्वेदिक अस्पताल में न दवाओं को रखने की व्यवस्था है और ना मरीजों की सुरक्षा । छत से गिरने वाला प्लास्टर किसी भी वक्त किसी भी मरीज को घायल कर सकता है वही डॉक्टर फरमासिस्ट बताते हैं कि विभाग को इसके बारे में कई बार सूचना दी गई विभागीय अधिकारी व प्रशासन इस जर्जर भवन की स्थिति से अवगत है फिर भी कुछ नही करते जो भी नौकरी बची हुई है कर रहे हैं और क्या कर सकते। (अर्जून तिवारी उन्नाव)