उन्नाव। बांगरमऊ में दलित किशोरी की हत्या उसके पिता ने ही की थी। गांव भिखारीपुर रुल्ल में अपने पड़ोसियों को फंसाने के लिए पूरी कहानी गढ़ी गई। पहले पिता ने पिलर पर पटक कर 11 वर्षीय बेटी सोनम की हत्या की। इसके बाद उसके प्राइवेट पार्ट पर चोट दी। ताकि दुष्कर्म के बाद हत्या करने के आरोपों में पड़ोस में रहने वाली विधवा महिला रीना, उसके जेठ संतोष, देवर बच्चन, भाई राजू व राजेश को फंसाया जा सके। अब पुलिस ने पूरे मामले से पर्दा उठाया है। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी पिता ध्रुव 3 महीने पहले गांव की रहने वाली विधवा को नौकरी दिलाने के बहाने दिल्ली ले गया था। गांव वापस लौटने के बाद विधवा ने ध्रुव पर आरोप लगाए। उसे फिरोजाबाद ले जाने के बाद कमरे में बंधक बनाकर रखा गया। वहां उसका शारीरिक शोषण किया गया। इसके बाद ध्रुव गांव के बजाए माखी क्षेत्र के कोरारी कला गांव में रहने लगा था। 3 जून को उसकी पत्नी राजरानी मायके गई थी। ध्रुव की 11 वर्षीय बेटी को दौरे पड़ते थे। जब ध्रुव अपने घर पहुंचा, तो बेटी को दौरा आया हुआ था। उसके इलाज से घर वाले परेशान थे। ध्रुव ने प्लान बनाया कि पड़ोसी विधवा और उसके परिवार को फंसाया जा सकता है।
रिपोर्ट आशीष सिंह