उन्नाव। जनपद के ग्राम मझरा पीपरखेड़ा, थाना गंगाघाट क्षेत्र में स्थित ग्राम सभा की सरकारी भूमि संख्या 417 पर अवैध कब्जे का गंभीर मामला सामने आया है। लगभग 29 बीघा क्षेत्रफल वाली इस भूमि पर भू-माफियाओं द्वारा एक वर्ष से अधिक समय से अवैध कब्जा किए जाने का आरोप है। बताया गया कि सहायक अभिलेख अधिकारी सदर के निर्देश पर पहले भी क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा भूमि को कब्जामुक्त कराने का प्रयास किया गया था, लेकिन कब्जाधारियों ने विरोध करते हुए सरकारी कार्य में बाधा डाली। 20 जनवरी 2025 को इस संबंध में कोतवाली गंगाघाट में प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। एफआईआर के अनुसार भू-माफियाओं ने लेखपाल को जान से मारने की धमकी दी और सरकारी कागजात फाड़ने का प्रयास किया। वर्तमान में भी कब्जा जारी है और कथित तौर पर सरकारी भूमि को बेचने की कोशिश की जा रही है। साथ ही, आरोप है कि सटी हुई भूमि संख्या 418, जो शांतिपूर्ण रूप से आवेदिका के कब्जे में है, उसे भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हड़पने का प्रयास हो रहा है। प्रकरण में यह भी सामने आया है कि भूमि संख्या 418 को गलत तरीके से शिकायती भूमि संख्या 413 से जोड़कर दर्शाया गया, जबकि राजस्व मानचित्र के अनुसार भूमि संख्या 417 और 418 अलग-अलग स्थित हैं। इस संबंध में राजस्व विभाग द्वारा की गई जांच पर सवाल उठाए जा रहे हैं। आरोप है कि बिना मौके पर सीमांकन किए ही शिकायत का निस्तारण कर दिया गया, जो नियमों के विपरीत बताया जा रहा है। प्रभावित पक्ष ने जिलाधिकारी और सक्षम अधिकारियों से मांग की है कि ग्राम सभा की भूमि संख्या 417 का मौके पर पुनः सीमांकन कराकर अवैध कब्जा हटाया जाए। साथ ही, भूमि संख्या 418 को भी सुरक्षित किए जाने की मांग की गई है। इसके अलावा, पुलिस द्वारा दर्ज आईजीआरएस प्रकरण की पुनः निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। मामले को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है और प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है।
रिपोर्टःआशीष कुमार,पत्रकार












