जिला ब्यूरो/ मनज सिंह
टीकमगढ़। महेंद्र बाग मत्स्य बीज उत्पादक स्थल पर शुक्रवार को किए गए विस्तृत स्थल निरीक्षण और पंचनामा में यह तथ्य उजागर हुआ कि आर.के. मिश्रा पर लगाए गए अतिक्रमण के आरोप पूरी तरह निराधार हैं। यह जांच सहायक संचालक मत्स्य उद्योग मेधा गुप्ता द्वारा कलेक्टर को दिए गए आवेदन के आधार पर कराई गई थी।
निरीक्षण और पंचनामा की कार्यवाही
राजस्व निरीक्षक आरआई व हल्का पटवारी की मौजूदगी में मत्स्य विभाग की ओर से प्रतिनिधि पंकज मौर्य (मत्स्य निरीक्षक), जमुना प्रजापति (पंप ड्राइवर), महाराजपुर पटवारी, टीकमगढ़ खास पटवारी तथा प्रतिवादी आर.के. मिश्रा मौके पर उपस्थित रहे। सभी की उपस्थिति में विस्तृत निरीक्षण किया गया और पंचनामा तैयार हुआ।
जांच के दौरान सामने आई सच्चाई
महेंद्र बाग परिक्षेत्र चारों ओर से बाउंड्रीवॉल से सुरक्षित पाया गया, कहीं भी दीवार टूटी या अवैध निर्माण नहीं मिला।
पश्चिम दिशा में आर.के. मिश्रा का 60×75 वर्ग फीट का मकान ज़रूर है, पर वह परिक्षेत्र की बाउंड्री के बाहर मुख्य सड़क से जुड़ा हुआ पाया गया।
मकान के पूर्वी हिस्से में 3×6 फीट का छोटा दरवाजा मिला, जो मिश्रा की अपनी बाउंड्री पर है, महेंद्र बाग की बाउंड्री पर नहीं। मिश्रा ने स्पष्ट किया कि यह दरवाजा महेंद्र बाग स्थित मंदिर में पूजा-पाठ के लिए बनाया गया है।
परिसर में किसी निजी व्यक्ति का वाहन खड़ा नहीं पाया गया।
मिश्रा का पक्ष
आर.के. मिश्रा ने कहा कि दरवाजा केवल धार्मिक अनुष्ठान हेतु है और इसमें किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं है। उन्होंने मत्स्य विभाग को यह सुझाव दिया कि यदि विभाग को आपत्ति है तो वे अपनी बाउंड्रीवॉल बनाकर इसे बंद कर सकते हैं। साथ ही मिश्रा ने स्पष्ट कहा कि यदि उनकी ओर से कोई गलती पाई जाती है तो वे नियमानुसार कार्रवाई का सामना करने को तैयार हैं।
आरोप झूठे साबित
पंचनामा में साफ उल्लेख किया गया है कि आर.के. मिश्रा पर लगाए गए अतिक्रमण के आरोप निराधार हैं और इनमें किसी भी तरह की पुष्टि नहीं हुई। उपस्थित अधिकारियों और पंचों ने संयुक्त रूप से स्थिति स्पष्ट की और यह तथ्य दर्ज किया कि लगाए गए आरोप वास्तविकता से कोसों दूर हैं।