जिला ब्यूरो /मनोज सिंह
टीकमगढ़ नगर पालिका में चल रहे विवाद के बीच मुख्य नगर पालिका अधिकारी सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया ने स्पष्ट और सख्त रुख अपनाते हुए अध्यक्ष द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया है। सड़क किनारे पेवर्स निर्माण को लेकर उठे सवालों पर सीएमओ ने न केवल तकनीकी जांच के निर्देश दिए, बल्कि यह भी दो टूक कहा कि उनके कार्यकाल में नगर पालिका का हर काम शासन की ई-टेंडर प्रक्रिया के तहत ही कराया जा रहा है। यह विवाद अब आरोपों से आगे बढ़कर पारदर्शिता और जवाबदेही की कसौटी बन गया है।
पेवर्स कार्य पर उठे सवालों का जवाब
नजरबाग छोटे सरकारी अस्पताल से जय स्तंभ की ओर किए जा रहे पेवर्स निर्माण को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठे। मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया ने तत्काल संबंधित इंजीनियर को नोटिस जारी किया और गुणवत्ता की तकनीकी जांच के निर्देश दिए। सीएमओ का कहना है कि किसी भी निर्माण कार्य में यदि मानकों की अनदेखी पाई जाती है, तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय है।
ई-टेंडर प्रक्रिया पर कोई समझौता नहीं
सीएमओ ने स्पष्ट किया कि उनके कार्यकाल में नगर पालिका के सभी निर्माण कार्य पूरी तरह ई-टेंडर प्रणाली से कराए जा रहे हैं। न कोई मनमानी, न कोई बंद कमरे का फैसला। उन्होंने कहा कि ई-टेंडर प्रक्रिया शासन द्वारा तय पारदर्शी व्यवस्था है और इस पर सवाल उठाना सीधे तौर पर सरकारी सिस्टम की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करना है।
5 लाख से कम के कार्यों पर स्थिति साफ
अध्यक्ष द्वारा 5 लाख रुपये से कम के कार्यों में गड़बड़ी के आरोपों पर सीएमओ ने कहा कि नियमानुसार ऐसे कार्य भी प्रक्रिया के तहत ही कराए जाते हैं। किसी “चहेते ठेकेदार” या “पार्टनरशिप” का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। सभी भुगतान दस्तावेजों और तकनीकी स्वीकृतियों के बाद ही किए जाते हैं, जो जांच में आसानी से स्पष्ट हो सकते हैं।
पहले क्या होता था, अब क्या हो रहा है
सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया ने तथ्य रखते हुए बताया कि उनके कार्यकाल से पहले कई निर्माण कार्य एक ही ठेकेदार को निर्धारित दर से लगभग 6 प्रतिशत अधिक दर पर स्वीकृत किए गए थे। वर्तमान व्यवस्था में प्रतिस्पर्धी निविदा प्रणाली अपनाई जा रही है, जिससे नगर पालिका को आर्थिक लाभ भी मिल रहा है और गुणवत्ता पर भी नियंत्रण बना है।
जांच से नहीं डरता प्रशासन
सीएमओ ने कहा कि यदि किसी को संदेह है, तो वह निष्पक्ष जांच करवा सकता है। नगर पालिका प्रशासन जांच से भागने वाला नहीं है। हर फाइल, हर भुगतान और हर तकनीकी रिपोर्ट जांच के लिए उपलब्ध है। उन्होंने दोहराया कि पारदर्शिता ही उनकी कार्यशैली का आधार है।
शहर हित सर्वोपरि, राजनीति नहीं
सीएमओ ने साफ कहा कि नगर पालिका का उद्देश्य शहर का विकास है, न कि आपसी टकराव। निर्माण कार्यों को लेकर अनावश्यक आरोप-प्रत्यारोप से जनता में भ्रम फैलता है। प्रशासन शहरवासियों को सुरक्षित, टिकाऊ और गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
बॉक्स
इनका कहना है…..
नगर पालिका में मेरे कार्यकाल के दौरान हर निर्माण कार्य ई-टेंडर प्रक्रिया से हुआ है। पार्टनरशिप, चहेते ठेकेदार और मनमानी के आरोप पूरी तरह निराधार हैं। यदि किसी को संदेह है, तो निष्पक्ष जांच कराई जाए—सच खुद सामने आ जाएगा।
— ओमपाल सिंह भदौरिया, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, टीकमगढ़












