जिला ब्यूरो/मनोज सिंह
टीकमगढ़। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती टीकमगढ़ पहुंचीं और झांसी रोड स्थित अपने फार्म हाउस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बार फिर अपने अंदाज़ में साफ-साफ शब्दों में राजनीति की दिशा बताकर चली गईं। मंच सजा था, सवाल बरस रहे थे और उमा भारती हमेशा की तरह बिना लाग-लपेट के बोल रही थीं—सीधे, दो टूक, और जहां ज़रूरत पड़ी, वहां तंज भी चखा गईं।
‘एक यात्रा मां के नाम’—गर्रोली से डूडा तक, गांव-गांव जनसभाओं की तैयारी
पूर्व मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि ‘एक यात्रा मां के नाम’ 30 नवंबर को खरगापुर विधानसभा के गर्रोली गांव से शुरू होगी और 2 दिसंबर को उनके गृह ग्राम डूडा में पूर्ण होगी।
यात्रा जिन गांवों से होकर गुज़रेगी, उनकी सूची किसी राजनीतिक संदेश से कम नहीं—गर्रोली, कछीआखेरा, सूरजपुर तिगैला, इमलाना, लखेरी, केलपुरा तिगेला, वनेरा, तालमऊ, गुखरई, मडखरा तिगैला, बुडेरा, दरगुवां और बड़ागांव… इनमें प्रमुख स्थानों पर जनसभाएं होंगी।
उमा भारती ने मुस्कुराते हुए कहा यह यात्रा सिर्फ कदमों की नहीं, संकल्प की है।
IAS संतोष वर्मा पर सीधा वार बेटियों पर टिप्पणी करने वाले को दफ्तर का दरवाज़ा नहीं, कोर्ट का दरवाज़ा देखना चाहिए
जब पत्रकारों ने उनसे IAS संतोष वर्मा के विवादित बयान पर सवाल पूछा तो उमा भारती रुकीं नहीं, सीधे भड़कीं।
उन्होंने कहा—
बेटियों पर गलत बयान देना सिर्फ निंदनीय नहीं, दंडनीय है। सरकार को ऐसे अधिकारियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। समाज बेटियों की सुरक्षा चाहता है, भाषण में चुभतीं बातें नहीं।
उनकी यह टिप्पणी साफ इशारा था कि मुद्दा चाहे प्रशासन का हो या राजनीति का—उमा भारती चुप बैठने वालों में नहीं।
भारत संस्कृति से ही हिंदू राष्ट्र है, इसे लिखकर घोषणा करने की जरूरत नहीं
धर्म और संस्कृति पर अपने रुख को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि भारत मूलतः हिंदू सांस्कृतिक राष्ट्र है और इसकी पहचान को किसी लिखित घोषणा की मोहर की आवश्यकता नहीं।
उन्होंने आगे कहा—
जब शासन, सत्ता और प्रशासन में बराबरी की भागीदारी होगी तभी समाज में वास्तविक समानता आएगी।
‘धर्म छिपाकर विवाह करना हत्या समान’ — उमा भारती का पुराना तेवर फिर दिखा
लव जिहाद जैसे मुद्दों पर उनके रुख के अनुरूप उन्होंने फिर कहा कि—
धर्म छिपाकर विवाह करना सिर्फ धोखा नहीं, यह किसी की जिंदगी बर्बाद करने जैसा अपराध है।
उनकी आवाज़ से साफ था कि यह मुद्दा उनके लिए सिर्फ राजनीतिक नहीं, सिद्धांतों का भी है।
लोकसभा चुनाव पर साफ बयान—“लड़ूंगी तो झांसी से ही… और कहीं से नहीं
उमा भारती ने लोकसभा चुनाव पर पूछे गए सवाल को भी गोल-मोल नहीं रहने दिया।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, अगर पार्टी टिकट दे और झांसी सांसद अनुराग शर्मा की सहमति हो, तो मैं झांसी से लड़ूंगी। दूसरी किसी सीट से चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
यह बयान सुनकर साफ समझ आ गया कि झांसी पर उनका दावा उतना ही पुराना है जितना उनका राजनीतिक संघर्ष।
80 ग्राम पंचायतों की शराबबंदी जनता आगे आई तो बदलाव खुद चलकर आता है
उमा भारती ने बताया कि जिले की करीब 80 ग्राम पंचायतों ने स्वयं शराबबंदी लागू की है।
2 दिसंबर को बगाज माता मंदिर परिसर में इन पंचायतों के सरपंचों और ग्रामीणों को सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने तंज भरे अंदाज़ में कहा—
सरकारें तो बहुत घोषणाएं करती हैं, लेकिन असली क्रांति तब होती है जब जनता खुद उठ खड़ी होती है।











