उन्नाव। जनपद विकासखंड बिछिया के अंतर्गत ग्राम पडरी कलाँ के सुप्रशिद्ध प्राचीन शक्ति पीठ माँ बलेश्वरी देवी में विगत वर्षों कि भांति इस वर्ष भी चार दिवसीय मेला सम्पन हुआ पड़री कला के सुप्रसिद्ध बालेश्वरी मंदिर का यह मेला लगभग 155 वर्षों से लगातार लगता चला रहा है माँ बलेश्वरी देवी का मेला जनपद ही नही गैर जनपद तक प्रसिद्ध मेला है जिसमे पडरी कलाँ , पडरी खुर्द , तिवारी खेड़ा , नेवरना , जरगांव, शिवपुर ,जगेथा, रमई खेड़ा, सहित जनपद के तमाम गांव से लोग देवी दर्शन , मन्नत आदि के लिए आते है दिन में मेले के साथ–साथ रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होता है जिसमे हजारों लोग शामिल होते है मां बलेश्वरी मेले के समापन दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में पुरवा विधानसभा से विधायक अनिल सिंह प्रोग्राम में सामिल हुए पुरवा विधायक ने सर्वप्रथम मंदिर प्रांगण में जा कर माँ के चरणों शीश झुकाया व आरती की उसके बाद संस्कृतिक मंच पर पहुच कर मेला के संस्थापक/ संरक्षक स्मृति शेष लल्लन मिश्रा के चित्र पर माला पहना कर नमन किया उसके बाद पुरवा विधायक ने संबोधन करते हुए कँहा की मैं भी अपने बचपन में इस तरह के आयोजन देखने जाता था उस समय बिजली व सड़क न होने के कारण हम लोग टायर जला के रास्ता देखते थे लेकिन आज भारतीय जनता पार्टी सरकार ने गांव की गली बिजली , पानी व सड़क व्यवस्था कर दी है उन्होंने अपने संबोधन में कँहा की पूर्वर्ती सरकारों ने धार्मिक आयोजनों को बंद कराने व देवी देवताओं पूजन पर रोक लगाने का काम किया है उन्होंने ये भी कँहा की मैं सौभाग्यशाली हो जो हर वर्ष माँ का आशीर्वाद प्राप्त होता है और मेला कमेटी को धन्यवाद अर्पित करते हुए कँहा की आप लोग इतने बड़े मेले का आयोजन हर वर्ष करते है आप लोग धन्यवाद के पात्र है इस कार्यक्रम में मेला कमेटी अध्यक्ष गुड्डू मिश्रा, राजन्ना मिश्रा , सीताराम शुक्ला ने मुख्य अतिथि को माता जी की मूर्ति स्म्रति देकर सम्मानित किया प्रमुख रूप से कार्यक्रम में लबली मिश्रा , बबलू मिश्रा,सुरेंद्र शुक्ला, अखिलेश दीक्षित , राजन दुबे, जिला मंत्री युवा मोर्चा ध्रुव शुक्ला, दुर्गेश शुक्ला , दीपू तिवारी, दीपक, अविषेक , मनोज मिश्रा, आदि मौजूद रहे संचालन भगवंत नगर विधायक प्रतिनिधि रज्जना मिश्रा ने किया आज 4 दिनों से ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले पड़री कला के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ मां बालेश्वरी मंदिर में चहल-पहल मची हुई थी दिन में मेला और रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता था जिसमें जनपद के तमाम गांव से सैकड़ों की तादाद में लोग शामिल होते थे अब श्रद्धालुओं को अगले वर्ष फिर से मेले का इंतजार रहेगा ||
रिपोर्ट :शिवम् प्रजापति