सफीपुर उन्नाव: श्रम गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत मजदूरों को एक वर्ष में 100 दिनों तक काम देने के दावे को पलीता लगा रहे जिम्मेदारों द्वारा जे सी बी मशीन द्वारा कार्य कराकर गरीब मजदूरों की दिहाड़ी पर डाका डाला जा रहा।
खाऊ कमाऊ नीति के चलते ग्राम प्रधान तथा सचिव द्वारा मिल निर्माणाधीन बाजार में डाली जा रही मिट्टी को मजदूरों के स्थान पर मशीन द्वारा समतलीकरण कराए जाने से नाराज ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंप निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है।
गुरुवार को आसीवन थाना क्षेत्र के उद्शाह गांव में निर्माणाधीन बाजार में जे सी बी मशीन चलती देख ग्रामीणों ने विरोध कर दिया दोनों पक्षो के बीच जमकर हुई बहस के बाद गाव निवासी ग्राम पंचायत सदस्य रजनीश कुमार, अमित सिंह ,पंकज कुमार ,राधा देवी कन्हैया बक्श सिंह आदि ने एस डी एम शिवेंद्र कुमार वर्मा को पत्र देकर बताया कि गाव में 4 जनवरी 2022 को 14.30 लाख की लागत से बाजार का निर्माण कराया जा रहा है । गाव में लगभग 150 मनरेगा कार्ड धारक मजदूर होने के बावजूद ग्राम प्रधान व पंचायत अधिकारी द्वारा मजदूरों को कार्य न देकर जे सी बी से कार्य कराया जा रहा है । ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एक ओर गाव में जे सी बी मशीन का प्रयोग हो रहा वही शासन द्वारा गाव के मजदूरों को उनके घर पर कार्य मिले इस आशय से संचालित मनरेगा योजना में मात्र फर्जी मास्टररोल भर कर पैसा आहरित कर लेने से मनरेगा योजना पर बट्टा लगाया जा रहा है ।
इस संबंध में उपजिलाधिकारी शिवेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि प्रार्थना पत्र मिला है खंड विकास अधिकारी को मौके पर भेजा गया है सत्यता के आधार पर कार्यवाही की जाएगी ।
रिपोर्ट : अर्जून तिवारी उन्नाव