ब्लॉक सिकंदरपुर सरोंसी के अंतर्गत आने वाले स्वास्थ केंद्र के हालात इतने बदतर होते जा रहे है जिसका नजारा कहीं और नहीं कंजौरा प्राथमिक स्वास्थ केंद्र का है। जहा जानवरों का रुकने का अड्डा बन गया है बात करें मरीजों की स्वास्थ्य सुविधा वो तो बद से बत्तर न ही शौचालय की व्यवस्था है। और न जल की और न ही डॉक्टर की तैनाती है ।अभी चन्द दिन पहले उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जिला अस्पतालो का निरीक्षण किया था । जिसमे पेय जल सहित तमाम खामियों को दूर करने का निर्देश दिए थे लेकिन नवीन प्रथमिक केंद्र कंजौरा का हाल अलग ही हैै। यहां मरीजों से अधिक जानवर मिलेते है बात करे उत्तर प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ की तो उनका सख्त आदेश है। हर ग्रामपंचायत में प्रधानो द्वारा अमृत योजन के तहेत पेय जल की बेवस्था कराए ,लेकिन उनके आदेशों को ताक पर रखकर पेय जल की व्यवस्था नहीं की। फॉर्मसिस्ट ने बताया कि यहां सिर्फ फोटो खींचाने आते हैै स्वास्थ्य विभाग अपनी मनमानी करने में व्यस्त है ।वही जब प्राथमिक केंद्र में मौजूद कर्मचारियों से पेय जल के विषय में बात किया गया तो उनकी बता सुनकर आपको भी हैरानी होगी। लोग तो गर्मियों में चिड़ियों के लिए पानी अपनी छतों पर रखते है फिर ये कैसी विडम्बना है कि प्राथमिक केंद्र कंजौरा में कर्मचारी पीने का पानी अपने घरों से लेकर आते है और जब सरकार जल संसाधन में करोड़ों का खर्चा करती है फिर भी लेकिन नवीन प्राथमिक केंद्र कंजौरा में एक भी इंडिया मर्का हेंडपाइप नहीं है जग जाहिर है कि ऐसी चिलचिलाती धूप में यदि मरीज दवा लेने कंजौरा प्रथमिक केंद्र जाता है तो बिमारी से कम प्यास से दम तोड़ सकता है।
ब्रजेश कुमार की रिपोर्ट