कोर्ट court के आदेश के बाद दफन युवती के शव को कब्र से निकाला गया
अब दोबारा होगा पोस्टमार्टम
औरास। न्यायालय के आदेश के बाद दफन युवती का शव 1 वर्ष बाद कब्र से बाहर निकाला गया। जिसको हसनगंज उप जिलाधिकारी अंकित शुक्ला ने पोस्टमार्टम के लिए उन्नाव भेज दिया।
औरास अंतर्गत ग्राम थाना क्षेत्र के गांगन के मजरा सरैंया गांव निवासी लेखराज ने न्यायालय को शिकायती पत्र देकर बताया था कि उसने अपनी बेटी रोशनी की शादी 20 मार्च 2020 को लखीमपुर खीरी के थाना मितौली के पथरा गांव निवासी राहुल से की थी। शादी के बाद से पति व अन्य ससुरालीजन दहेज की मांग कर उसे प्रताड़ित करने लगे। लगातार मारपीट होने से उसके गर्भ में पल रहे शिशु की भी मौत हो गई। एक नवंबर 20 को बेटी को मरणासन्न हालत में मायके छोड़कर चले गए। 13 मई 21 को उसकी मौत हो गई थी। थाना जाने पर सुनी नहीं गई। 10 नवंबर 21 को एसपी के यहां शिकायती पत्र दिया। वहां भी सुनवाई न होने पर कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर 25 अप्रैल 22 को पुलिस ने पति राहुल, ससुर रामू, सास शैलेंद्री, जेठ शिशुपाल, जेठानी व देवर अंकित के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया। कोर्ट ने 25 जून को एसडीएम हसनगंज को दफन शव निकलवाकर पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश पर बुधवार को एसडीएम अंकित शुक्ल, सीओ विक्रमाजीत सिंह की मौजूदगी में दफन शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।