उन्नाव के आईजी रेंज लखनऊ ने लंबित विवेचनाओं की समीक्षा की तो पिछले सप्ताह उन्नाव जिले में भी विवेचनाएं लंबित पाई गई
जिसके बाद आईजी ने लंबे समय से लंबित मामलों की विवेचना निस्तारण के निर्देश दिए ।
आईजी रेंज के निर्देश पर जिले में इसके लिए तीन श्रेणी में सूचनाएं तैयार कराई जा रही हैं।
लंबित मामलों की सूची में 3 माह से कम छह माह से कम 6 माह से अधिक लेकिन 2 वर्ष से कम के क्रम में तैयार कराई गई हैं इसके बाद ,सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बीती रात पुलिस लाइन सभागार में जिले के सभी सी ओ के विवेचकों के साथ लंबित विवेचना के निस्तारण के लिए विभिन्न विवेचकों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं
लंबे समय से लंबित जालसाजी हत्या लूट के मामले से लगातार पुलिस की भूमिका पर सवाल उठते हैं इसके निस्तारण के लिए आई जी रेंज से मिले निर्देशों के बाद पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने निरीक्षकों को निर्देशित किया है कि वह अपने लंबे समय से लंबित योजनाओं की सूची तैयार कर लें। प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण मिल सके । ताकि लोगो को त्वरित न्याय मिल सके ।
एसपी ने कहा कि मुकदमा दर्ज होने के बाद विवेचनाओं का शीघ्र निस्तारण न होने से लोगों का पुलिस पर भरोसा कम होता है पीड़ित यहां चक्कर लगाकर परेशान होता है ।यह स्थिति न आए ,इसके लिए सभी विवेचकों को ध्यान देना होगा ।
उन्नाव में अगर बात करे विवेचनाओं की तो चोरी ,लूट दुष्कर्म ,दहेज संबंधित और गंभीर मारपीट कि विवेचनाएं लंबित चल रही है ।
जनपद के 21 थानों में विवेचनाओं के निस्तारण हो सके और पीड़ितो को न्याय मिल सके ।
पुलिसकर्मियों की कोई लापरवाही हुई तो कार्यवाह मीटिंग के दौरान एसपी ने कहा कि थानों पर तैनात कर्मियों के द्वारा किसी प्रकार की कोई लापरवाही या रिश्वत जैसे ही शिकायत सामने आई तो सम्बन्धित के खिलाफ कड़ी करवाही कि जाएगी बेहतर है कि थानेदार खुद ही कार्यशैली को सुधार कर लें।