औरास पुलिस की लापरवाही का मामला आया सामने
उन्नाव औरास: पुलिस के सारे काम तो कानूनी ही होते हैं लेकिन कभी-कभी कानून भी पुलिस की कार्यप्रणाली से सकते में आ जाता है। ऐसा ही मामला उन्नाव के औरास थाना क्षेत्र के गांव मुरौवन टोला का है जहां अनवर पुत्र बदुल्ला ने बताया कि उसके बेटे वसीम की मौत 5 मई 2018 में टेंपो पलटने से सड़क हादसे में हो गई थी। लेकिन पुलिस ने उसे गांव में हुई एक मारपीट में नामजद कर दिया। मुल्ले के ही हेमनाथ नौशाद ऊदन से 20 मार्च 2020 को शौचालय बनवाने को लेकर विवाद हो गया था। पुलिस ने 3 लोगों की तहरीर पर मारपीट जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाकर मुकदमा पंजीकृत कर दिया। जिसमें मेरे मृतक बेटे को भी नामजद कर दिया मैंने पुलिस दरोगा सुरेशचंद्र से कई बार विनती की कि मेरा बेटा मर गया है फिर भी पुलिस लेनदेन करने के लिए दबाव बनाती रही और पैसे ना मिलने पर मेरे मृतक बेटे को नामजद कर के चार्जशीट भी न्यायालय में दाखिल कर दी। मुकदमे के विवेचक आओ राजस्थानी में तैनात दरोगा सुरेश चंद ने विवेचना करने और पैसे ना मिलने के बाद मेरे मृतक बेटे को भी नहीं छोड़ा।
पीड़ित ने 156 (3) के तहत न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और दोषियों के विरुद्ध 419 ,420 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया है।
रिपोर्ट: अर्जुन तिवारी