डेस्क। संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने की अमेरिका (America) की कोशिश को बड़ा झटका लगा है। चीन और रूस ने उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों के मसौदे पर अपना वीटो लगा दिया। आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में क्षेत्रीय सुरक्षा और व्यापार पर चर्चा के लिए दक्षिण कोरिया और जापान का दौरा किया था। उसके बाद ही उत्तर कोरिया ने जापान सागर की ओर तीन बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इसे देखते हुए अमेरिका ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंध कड़े करने का प्रस्ताव पेश किया। जिस पर चीन और रूस ने अपने वीटो पावर के अधिकार का इस्तेमाल किया।
Russia and China used the Vito in the security council to stop sending the humanitarian assistance and food supplies to the civilians in Syria.
That shows how they even don’t want the people even to have food to survive, and they only believe in the military solution. pic.twitter.com/ZmEd2cecQk— Asaad Sam Hanna (@AsaadHannaa) July 7, 2020
क्या था मसौदे में ?
प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों को सीधे या परोक्ष रूप से उत्तर कोरिया को तंबाकू या अन्य तंबाकू उत्पाद भेजने और उत्तर कोरिया से प्रौद्योगिकी से संबंधित सेवाएं प्राप्त करने पर प्रतिबंध लगाने का भी प्रयास किया गया है। इसके अलावा, मसौदे में कहा गया है कि सदस्य राज्यों को सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के अनुसार निषिद्ध वस्तुओं को जब्त करने और निपटाने के लिए अधिकृत किया जाएगा।