यूक्रेन-रूस युद्ध में संघर्ष विराम की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। बुचा नरसंहार को लेकर एक बार फिर टकराहट बढ़ती दिख रही है।बुचा नरसंहार को लेकर रूस पर लगे आरोपों का खंडन करते हुए मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने फेक करार दिया है। पुतिन की यह टिप्पणी सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन द्वारा रासायनिक हथियारों के उपयोग से संबंधित आरोपों की तुलना करने के बाद आई है।
पुतिन ने देश के सुदूर पूर्व में स्थित रूस के अंतरिक्ष बंदरगाह वोस्तोचन कोस्मोड्रोम में अपने बेलारूसी समकक्ष अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि बुचा शहर में नरसंहार के दावे पूरी तरह से फेक है। पुतिन ने आगे कहा कि यूक्रेन के साथ शांति वार्ता डेड एंड पर पहुंच गई है। पूर्व-यूरोपीय राष्ट्र में सैन्य अभियान जारी रखने को लेकर भी पूरा आश्वस्त दिखे। हालांकि, उन्होंने कहा कि यूक्रेन में संघर्ष के कारण जो हो रहा है वह एक त्रासदी है।
इससे पहले दिन में, पुतिन ने दोहराया कि रूस की रक्षा के लिए यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू किया जाना था। वे अब डोनबास में नरसंहार को बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने आगे कहा कि रूसी सेना निस्संदेह यूक्रेन में अपने उद्देश्यों को प्राप्त करेगी।
जापान के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और यूरोपीय संघ (ईयू) सहित पश्चिम ने बुका अपराधों के बाद रूस के खिलाफ कई अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए हैं। इनमें रूसी कोयला आयात पर प्रतिबंध, पुतिन की दो वयस्क बेटियों और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की पत्नी और बेटी पर पर भी प्रतिबंध दिखाएंगे।
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अर्जुन तिवारी TV भारत/the penpal news नेटवर्क उन्नाव उत्तर प्रदेश