भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता द्वारा टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए बयान को लेकर राज्य के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन और हंगामा बढ़ता जा रहा है। इसी बीच समाजवादी पार्टी ने अब टीबी चैनलों की डिबेट से दूरी बनाने का फैसला किया है। राज्य में सपा योगी सरकार पर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर हमला कर रही है। अब सपा के विधान परिषद सदस्य और प्रवक्ता सुनील साजन ने पार्टी की ओर से टीवी चैनलों पर बहस का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। एक दिन पहले ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी मुस्लिमों से टीवी चैनलों से दूरी बनाने की गुजारिश की थी।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील साजन ने ट्वीट कर कहा कि देश में माहौल खराब करने के उद्देश्य से जानबूझकर टीवी चैनलों पर इस तरह की बहसें आयोजित कराई जाती हैं। ताकि बीजेपी का एजेंडा सेट किया जा सके और अब समाजवादी पार्टी ऐसे सभी टीवी कार्यक्रमों और डिबेट का बहिष्कार करती है। असल में समाजवादी पार्टी पहले भी कई बार ये आरोप लगा चुकी है कि टीवी चैनल मोदी सरकार का पक्ष लेते हैं और उन्हें टीबी डिबेट में बोलने नहीं दिया जाता है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले कांग्रेस ने भी अपने प्रवक्ताओं और नेताओं के टीवी चैनलों में जाने पर रोक लगाई थी।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी किया बहिष्कार
सपा की तरह ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी टीवी डिबेट का बहिष्कार करने का फैसला किया है। बोर्ड की ओर से कहा गया है कि वह मुसलमानों का उपहास करने वाली टीवी चैनलों की डिबेट का हिस्सा नहीं बनेंगे। इसके लिए उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरुओं और स्कॉलर से भी टीवी चैनलों से दूरी बनाने की मांग की है।
भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ हो कार्रवाई
शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने बिना किसी का नाम लिए सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भड़की हिंसा के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया। अखिलेश यादव ने कहा कि भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में देरी नहीं होनी चाहिए और किसी भी धर्म के अनुयायियों की भावनाओं को आहत करने का कोई भी प्रयास निंदनीय है।