राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के कानपुर दौरे के बावजूद प्रशासन की लापरवाही, 1 दिन पहले लगे बाजार बंद के पोस्टर के बावजूद प्रशासन क्यों नहीं हुआ सतर्क
Kanpur violence: अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कानपुर में हुए बवाल के उपद्रवियों और साजिशकर्ताओं पर गैंगेस्टर की कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति जब्त करने का निर्देश दिया है।
कानपुर में दो पक्षों में हुए बवाल के बाद डीजीपी मुख्यालय ने कानपुर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा से रिपोर्ट तलब करते हुए ये जानकारी मांगी है कि आखिरकार किस स्तर से इतनी बड़ी लापरवाही हुई है। वहीं, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने पत्थरबाजी की घटना के षड्यंटकरियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई और उनकी संपत्ति जब्त करने के निर्देश दिए हैं।
यूपी के ADG कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि कानपुर के बेकमगंज थाना अंतर्गत नई सड़क पर जुमे की नमाज के बाद दुकान बंद करने को लेकर झड़प हुई थी। जिसके बाद वहां पत्थरबाजी ने रूप ले लिया। उन्होंने बताया कि कानपुर में अतिरिक्त पुलिस बल को भेजा गया है, जिसमें 12 कंपनी व एक प्लाटून पीएसी शामिल है। कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी रवाना किया गया है। उन्होंने बताया कि जिन्होंने उपद्रव किया है, उनकी वीडियो फुटेज के आधार पर पहचान कराई जा रही है। अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। वहीं, ये निर्देश दिए गए है कि इस घटना के जो भी षड्यंटकारी है उनके खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई कर उनकी संपत्ति जब्त की जाए।
गौरतलब है कि भाजपा नेता की टिप्पणी के बाद गुरुवार को ही मुस्लिम संगठन की ओर से कानपुर की अधिकांश बाजारों में पोस्टर चस्पा कर दिए गए थे, जिसमें लिखा था कि ‘हमारे नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों के खिलाफ बाजार बंद होंगे’. इन पोस्टर के लगे होने के बावजूद पुलिस के आलाधिकारी व अभिसूचना इकाई आज की घटना को नहीं रोक सकी। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कानपुर दौरा था । इसी दौरान मुस्लिम समाज की ओर से जुमे की नमाज के बाद नई सड़क पर जम कर पत्थरबाजी की गई।
रिपोर्ट: अर्जुन तिवारी