उन्नाव: उत्तर प्रदेश में ताड़ी पर अर्से से प्रतिबंधित है फिर भी अवैध तरीके से यह कारोबार फलता फूलता है । आबकारी विभाग इस कार्य के लिए किसी को लाइसेंस नहीं प्रदान करता है।फिर भी ताड़ी माफिया चोरी और अवैध तरीके से कारोबार करते हैं।
जनपद में थाना आसीवन अन्तर्गत आने वाले कई गांवों में यह धंधा चल रहा है। जिसमे अब्बासखेड़ा, अच्छेपुर किरमिली, पनापुर और कई अन्य गांवों में ताड़ी माफिया सक्रिय हैं ।
खजूर के पेड़ों की भांति ताड़ के पेड़ होते हैं जो अप्रैल माह से लेकर मानसून की झमाझम बरसात आने तक भरपूर ताड़ी प्रदान करते हैं। ताड़ी सहजता से नहीं प्राप्त होती है, ताड़ का पेड़ करीब 60-70 फीट ऊंचा होता है। ऊंचाई पर पत्तों के मध्य करीब दो दर्जन फल लगते हैं, इन फलों में तेज धारदार ब्लेड से कट लगा फल के नीचे मिट्टी के मटके टाइप घल्ला में ताड़ी एकत्रित की जाती है। ताड़ी पीने वालों का मानना है कि इसके सेवन से पेट के रोग दूर हो जाते है।
वहीं ताड़ी माफिया इसकी मात्रा को बढ़ाने के लिए इसमें नशीले पदार्थ की गोलियों को डालते हैं और पानी मिलाते हैं जिससे मुनाफा ज्यादा हो सके।
अर्जुन तिवारी TV भारत/TPN news नेटवर्क उन्नाव उत्तर प्रदेश