उन्नाव : दबंगों द्वारा प्रताड़ित किए गए परिवार ने आज पुनः पुलिस अधीक्षक ऑफिस पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। पुलिस प्रशासन के ऊपर गांव के दबंग तथाकथित पत्रकार राजेश गौतम द्वारा धरना प्रदर्शन करने का उपक्रम कर पुलिस विभाग पर दबाव बनाने का प्रयास किया गया। जिसके लिए आज पीड़ित परिवार पुनः पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर अपनी बात कही। पुलिस अधीक्षक उन्नाव दिनेश त्रिपाठी ने घटना की जांच के लिए सीओ बांगरमऊ बिक्रमजीत सिंह को निर्देशित किया और दोनों पक्षों को शांतिपूर्ण घर जाने के लिए कहकर रवाना कर दिया।
आपको बताते चलें मामला आसीवन थाना क्षेत्र के कनिगांव का है जहां मत्स्य पालन के लिए आवंटित तालाब पर जबरदस्ती कब्जा करने को लेकर शुरू हुआ विवाद दिन प्रतिदिन नए मोड़ लेता चला गया। खुद को पत्रकार बताने वाले राजेश गौतम ने पहले पुलिस की कार्रवाई में बाधा पहुंचाई और फिर पुलिस पर ही अनर्गल आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन करने की धमकी भी दे दी और आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय उन्नाव पहुंच कर धरना प्रदर्शन करने का नाटक भी किया।
कनिगांव विवाद में पुलिस एफ आई आर में राजेश गौतम के पुत्र कौशल गौतम का नाम पुलिस ने दंगा और अशांति फैलाने और घर पर चढ़ाई की तहरीर पर दर्ज कर दिया था जिस से बौखलाए राजेश को गौतम ने आसीवन थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए थे और पुलिस प्रताड़ना की बात भी कही थी जबकि राजेश गौतम का की असलियत बताते हुए गुड्डू सिंह ने कहा की राजेश तो हर काम के लिए दो परसेंट दलाली मांगते हैं गांव में जुआ खिलाते हैं, और लोगों पर फर्जी एससी एसटी एक्ट के मुकदमे लगा कर उनसे सुलह समझौता के नाम पर मोटी रकम वसूल करते हैं। पहली एफआईआर में पुलिस ने 11 लोगों को नामित किया था और दूसरी एफआईआर. में पुलिस ने दो लोगों को नॉमिनेट किया था जिस ऑडियो भी मौजूद था इसमें दृग पाल सिंह पीड़ित परिवार और पुलिस विभाग को गंदी और भद्दी गालियां दे रहा था । राजेश कुमार गौतम द्वारा लगातार पत्रकारिता की आड़ में दबंगई और गुंडे की जा रही है जिससे पीड़ित हो परिवार की महिलाएं बच्चे और बुजुर्ग पुलिस अधीक्षक उन्नाव से गुहार लगाने गए ऐसा पुलिस अधीक्षक उन्नाव ने जांच सीओ बांगरमऊ को सौंपी है और कहा है कि तब तक शांति व्यवस्था कायम रखी जाए दोनों पक्ष किसी भी तरह से अशांति और अराजकता फैलाने की कोशिश ना करें।
अर्जुन तिवारी TV भारत/the penpal news नेटवर्क उन्नाव उत्तर प्रदेश