बांगरमऊ उन्नाव गंगा कटरी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भिखारीपुर पतसिया के खेतों के निकट स्थित बाग में आज दोपहर आलू भूनते समय उठी चिंगारी से बगल के खेत में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई। चंद मिनटों में आग ने पड़ोसी खेतों को को भी अपने चपेट में ले लिया। काश्तकारों ने पंपिंग सेट का पानी फेंककर तथा ट्रैक्टर से फसल की जुताई कर किसी तरह आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक चार दर्जन काश्तकारों की करीब 100 बीघा फसल जलकर खाक हो गई। आग से करीब पच्चीस लाख रुपए कीमत की गेहूं की फसल नष्ट होने का अनुमान लगाया गया है।
गंगा नदी के तट पर बसे ग्राम भिखारीपुर पतसिया के मजरा गढ़ेवा में आज दोपहर बाद करीब ढाई बजे गांव के निकट एक बाग में बच्चे आग में आलू भून रहे थे। आलू भूनते समय उठी आग की चिंगारी अचानक पड़ोस में ही स्थित जुराखन पुत्र शिवनारायण के खेत में खड़ी गेहूं की फसल में जा गिरी। जिससे फसल धू-धू कर जलने लगी। आग की ऊंची लपटें और धुआं उठता देखकर ग्रामीण दौड़े और आनन-फानन पंपिंग सेट से पानी निकालना शुरू कर दिया। अन्य ग्रामीण बाल्टियों से आग पर पानी फेंकने लगे। उधर कुछ काश्तकार अपना-अपना ट्रैक्टर ले आए और आग बढ़ने से रोकने के लिए फसल जोतना शुरू कर दिया। इसके अलावा दर्जनों ग्रामीण डंडो से आग बुझाना शुरू कर दिया। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीण किसी तरह आग पर काबू पा सके। तब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर जा पहुंची। आग बुझने के पूर्व ग्राम गढ़ेवा निवासी जुराखन, श्री राम, गुड्डू ,अशोक, विनोद व दिनेश और ग्राम गुलरिहा के काश्तकार रामचंद्र, राकेश, अविनाश, कुलदीप, बाबू, पूना, सूबेदार, सुखदेव दास व रामपाल तथा ग्राम सहिबापुर निवासी राजेंद्र सहित करीब दो दर्जन काश्तकारों के खेतों में खड़ी करीब 100 बीघा गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस और हल्का लेखपाल ने आग से नष्ट हुई संपत्ति का जायजा लिया और रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी।
अनिल यादव TV भारत/the penpal news नेटवर्क बांगरमऊ उन्नाव संवाद दाता